ब्रह्यतीर्थ , ब्रह्मपुरीश्वरार मंदिर के अंदर स्थित 22 पवित्र 'तीर्थों' में से एक है। यह वही तीर्थ है, जहां माना जाता है कि भगवान ब्रह्मा नें भगवान शिव की प्रार्थना की थी। यह तीर्थ एक पवित्र पोखर के पास स्थित है, और भक्त अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए दूर-दूर से यहां आते हैं।
भक्तों का विश्वास है कि इस तालाब के पवित्र जल में डुबकी लगाने से न केवल शरीर, बल्कि मन भी शुद्ध हो जाता है। प्रत्येक वर्ष हजारों तीर्थयात्री यहां इस ब्रह्तीर्थ में स्नान करके अपने अपने नश्वर पापों को धोकर अपने शरीर व मन को पवित्र करते हैं।मंदिर के कर्ता-धर्ता प्रत्येक वर्ष यहां आने वाले भक्तों के इस बड़े प्रवाह को संभालने व मंदिर के संचालन को फिट बनाये रखने के लिए व्यवस्था करते हैं।