श्रीरंगम, तिरूचिरापल्ली में स्थित एक करामाती शहर है जो तमिलनाडू के दक्षिण भारतीय शहर का हिस्सा है। श्रीरंगम को प्राचीन काल से वेल्लीथिरूमुथारमाम के नाम से जाना जाता है। तमिल भाषा में, इस लोकप्रिय शहर को थिरूवारंगम के नाम से भी जाना जाता है।
श्रीरंगम शहर दो नदियों के बीच में स्थित है - कावेरी ( जिसे काउवेरी भी कहा जाता है ) और कोल्लीदम ( कोलेरन, जिसे कावेरी नदी की ही शाखा माना जाता है )। यह शहर, हिंदू धर्म के पर्यटकों के बीच एक लोकप्रिय स्थल है। वास्तव में, श्रीरंगम शहर की अधिकांश: जनता भगवान विष्णु की पूजा करती है।
यहां के प्रसिद्ध मंदिरों में से श्री रंगनाथस्वामी मंदिर सबसे प्रमुख है। हर साल इस मंदिर में भारी संख्या में पर्यटक सैर करने आते है और भगवान विष्णु की उपासना करते है। इस मंदिर को पूरी दुनिया में सबसे बड़ा ऑपरेट हिंदू मंदिर माना जाता है। यह मंदिर 4 किमी. यानि 10,710 फीट के क्षेत्र में फैला हुआ है।
देवताओं का धाम
श्रीरंगम को भगवान विष्णु के आठ मंदिरों में से एक होने का गौरव प्राप्त है। इन मंदिरों को हिंदू पुराणों में व्यक्त क्षेत्र के नाम से जाना जाता है। श्रीरंगम, भगवान विष्णु को समर्पित इकलौता मंदिर नहीं है लेकिन हर साल भारी संख्या में दर्शनार्थी यहां आते है और मुख्य मंदिर के अलावा, 108 मंदिर के दर्शन भी करते है जो इसी परिसर में स्थित है।
मंदिर का विष्णु श्राइन, आकार में काफी बड़ा है और यह लगभग 156 एकड़ के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इस मंदिर की साज - सज्जा भी अनोखी है, मंदिर को कावेरी नदी और कोलेरून के द्वारा निर्मित एक आईटलेट में बनाया गया है। इस मंदिर में सात बाड़े है और भक्त इन सभी बाड़ों में एक दूसरे से गुजर सकते है जिसे स्थानीय भाषा में प्राकरस कहा जाता है।
यह बाड़ा गर्भगृह के चारों ओर एक परिपत्र पैटर्न में स्थित है जो भारी और मोटी दीवारों से मिलकर बना हुआ है। इस परिसर में 21 टॉवर है जो बेहद राजसी ढंग से आज भी खड़े है। पूरा ढांचा, संगमरमर से बना हुआ है।
वास्तव का मंदिरों का शहर - श्रीरंगम और उसके आसपास स्थित पर्यटन स्थल
यहां के प्रमुख मंदिरों में से विष्णु श्राइन सबसे प्रमुख है जो यहां आने वाले भक्तों के बीच प्रसिद्ध है। यह मंदिर कावेरी नदी के तट पर स्थित है। यहां स्थित अन्य तीन मंदिर - आदि रंगा मंदिर ( श्रीरंगमपट्टम में ), मध्य रंगा मंदिर ( शिवसमुद्र में ), और अन्त रंगा मंदिर ( श्रीरंगम में ) है। श्रीरंगम के अन्य प्रसिद्ध मंदिर रॉकफोर्ट मंदिर, तिरूवानईकोवल मंदिर, उराईयुरवेक्कली अम्मान मंदिर, समायापुरम मरयिम्मा मंदिर, कुमार वाईयालुर मंदिर और काटाझागिया सिंगर मंदिर हैं।
यहां के श्री वादियाझागियानाम्बी पेरूमल मंदिर में भगवान विष्णु का मंदिर है। इस मंदिर का एक और नाम अप्पूकुदास्थान मंदिर है। कोवीलादी में स्थित मंदिर, श्रीरंगम के पास स्थित गांव में स्थित है। श्रीरंगम के पास में स्थित एक अन्य मंदिर त्रिची में स्थित है। यह अझहागियानाम्बी मंदिर है और श्री रंगनाथस्वामी मंदिर की एक उप - धारा है।
शहर के इस परिसर में कई मंदिर है जिनमें से श्रीरंगनाथनस्वामी मंदिर, समायापुरम माराईम्मन मंदिर, जम्बू लिंगेश्वरा और अखिलेन्द्रश्वरी मंदिर प्रमुख है।
श्रीरंगम का मौसम
श्रीरंगम में गर्मी, मानसून और सर्दी रहती है। यहां सर्दियों के दौरान मौसम ठंडा रहता है।
श्रीरंगम कैसे पहुंचे
श्रीरंगम में एक रेलवे स्टेशन है और त्रिची से श्रीरंगम के लिए बस आसानी से मिल जाती है। यहां का नजदीकी एयरपोर्ट त्रिची में स्थित है।