यह सोलापुर जिले की एक पुरानी जगह है जहां पूजा की जाती है। इसके पास में ही नंनाज और मोती बाग स्थित है। मंदिर परिसर के पास में एक भारतीय बस्टर्ड अभयारण्य भी है, यह सभी जगह मिलकर एक आदर्श पर्यटक स्थल बनाते है। यह मंदिर एक महान संत रिवानसिद्धेश्वर के नाम से बनाया गया है और उन्ही को समर्पित है।
इस मंदिर में कई तहखाने और पत्थरों से निर्मित कक्ष है। महर संक्राति के दिन यहां भारी मात्रा में श्रद्धालु आते है और उत्सव का आयोजन करते है।