तिरुवनंतपुरम का प्राणी उद्यान भारत में अपनी तरह का पहला है। मूल रूप से इसकी नींव ट्रावनकोर के राजा द्वारा 1857 में स्थापित की थी। यही तिरुवनंतपुरम का चिड़ियाघर भी है। यहां भारत एवं अन्य देशों एवं महाद्वीपों से लाये गये 75 किस्मों के पशु-पक्षी रखे गये हैं।
आप चो वयस्क हो या एक बच्चे, विभिन्न पक्षियों एवं जानवरों की अलग-अलग प्रजातियों को देखना आपको अच्छा लगेगा। यहां के जानवरों में भारतीय राइनो, लायन टेल्ड माकाकी, मणिपुरी हिरण, एशियाई शेर, नीलगिरि का लंगूर, रॉयल बंगाल टाइगर, नीलगिरि तहर, केप भैंस, जिराफ, चित्तीदार घोडा या दरियाई घोड़ा प्रमुख हैं। प्राणी उद्यान में घूमते हुए लुप्तप्राय पक्षियों और जानवरों को देख आप भी विसमयीभूत जो जायेंगे।
मैदान, वनस्थली और झील सहित तिरुवनंतपुरम चिड़ियाघर 55 एकड़ जमीन में फैला है। आप झील में नाव की यात्रा भी कर सकते हैं। यह पार्क शैक्षिक पर्यटन के साथ-साथ पिकनिक और सैर के लिए एक आदर्श स्थान है।