चंद्लाई एक गाँव है जो टोंक – कोटा रास्ते पर टोंक से 10 किमी. की दूरी पर स्थित है। इसकी स्थापना चंद्लाई ने की थी जो उस समय टोंक का शासक था। उसने गाँव के पास एक पक्का तलब भी बनवाया और उसका नाम अपनी बेटी के नाम पर भाला रखा। तालाब की दीवार पर उनके शिलालेख बैसाख सुदी 15 संवत् 1027 (970 ई.) के हैं।