विश्वनाथ मंदिर के निकट स्थित शक्ति मंदिर एक प्रसिद्ध धार्मिक केंद्र है। यह मंदिर अपने 6 मीटर ऊंचे त्रिशूल के लिए जाना जाता है। त्रिशूल के तल की परिधि लगभग 90 सेमी है। यह माना जाता है कि त्रिशूल के ऊपरी और निचले हिस्से क्रमशः लोहे और तांबे के बने हुए हैं।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस त्रिशूल का हिंदू देवी दुर्गा ने राक्षसों को मारने के लिए इस्तेमाल किया गया था। आस-पास के कुछ अन्य विख्यात मंदिरों में मार्कंडेय ऋषि मंदिर, साक्षी गोपाल मंदिर, कुटेती देवी मंदिर, गणेश मंदिर, गोपेश्वर महादेव मंदिर तथा कोटेश्वर महादेव मंदिर हैं।