चिन्नाकलर एल जलप्रपात है जो वालपराई से 26 किमी दूर पूर्व की ओर स्थित है। हमारे देश में अत्यधिक बारिश होने वाले क्षेत्रों में यह दूसरे स्थान पर है और यही कारण है कि इसे दक्षिण का ‘चेरापूंजी’ कहा जाता है। चारों ओर हरियाली से घिरा हुआ चिन्नाकलर, अभूतपूर्व शान्ति प्रदान करता है।
इस जलप्रपात पर एक हैंगिंग पुल (लटकता हुआ) बनाया गया है जिस पर चलाना आपकी यात्रा को और भी साहसिक बना देता है। इस फॉल की आवाज़ एक दहाड़ते हुए शेर की तरह सुनाई देती है। यहाँ साल भर भारी बारिश होने के कारण चिन्नाकलर हमेशा धुएं और धुंध से घिरा रहता है। वालपराई से चिन्नाकलर तक की सडक यात्रा, पर्यटकों के लिए एक अभूतपूर्व अनुभव होगा।