विदिशा का चर्चित दशावतार मंदिर एक तरह से छोटे-छोटे वैष्णव तीर्थ स्थान का समूह है। प्रत्येक तीर्थ स्थान विष्णु के अवतारों को समर्पित है। इसे स्थानीय लोग सधावतार मंदिर के नाम से भी जानते हैं। यह मंदिर विदिशा के पास कुरवाई के बडोह कस्बे में एक झील से उत्तर की दिशा में स्थित है। बनावट की दृष्टि से यह प्रचीन मंदिर बेहद खूबसूरत है।
इस मंदिर का निर्माण 8वीं से 10वीं शताब्दी के मध्य में किया गया था। झील के पश्चिमी किनारे पर 9वीं व 10वीं शताब्दी के सती स्तंभों के कई अवशेष देखे जा सकते हैं। इन्हीं स्तंभों में से एक स्तंभ में चारों तरफ से चेहरों की खुदाई की गई है। इसमें हरी-गौरी नृत्यकी और संगीत बैंड के साथ बैठे हुए हैं। इसमें एक पुरुष को अटूट श्रद्धा में हाथ जोड़े हुए भी देखा जा सकता है।