नोकरेक बायोस्फीयर रिज़र्व अथवा नोकरेक राष्ट्रीय पार्क अनेक गतिविधियों जैसे कैंपिंग, बर्ड वाचिंग और विभिन्न जानवरों को उनके प्राकृतिक निवास में देखने के लिए बेहद लोकप्रिय है। नोकरेक गारो हिल्स की सबसे ऊँची चोटी है तथा पौधों ओर पशुओं का विभिन्न प्रजातियाँ यहाँ पाई जाती हैं।
इस रिज़र्व में आर्किड की विभिन्न प्रजातियाँ जैसे सफेद मेरांती, जंगली नींबू, लाली, चेंपाका और भव्य रसमाला पाए जाते हैं। यहाँ आप जानवरों की दुर्लभ और स्थानिक प्रजातियों की विभिन्न किस्में देख सकते हैं। उनमें से कुछ हैं- पहाड़ी लंगूर, सुअर की पूंछ वाला मकेक, हिमालयी काला भालू, हाथी और उड़ने वाली विशाल गिलहरी।
ट्रैकर्स और रोमांचकारी लोगों के लिए नोकरेक से तुरा तक उष्णकटिबंधीय जंगलों से होते हुए एक रोमांचक ट्रैक भी है। कुछ दूर ब्रह्मपुत्र नदी के साथ शानदार पहाडि़यों के संगम के लुभावने दृश्य के साथ यह यात्रा समाप्त हो जाती है। नोकरेक बायोस्फीयर रिज़र्व तक पहुँचने के लिए सबसे अच्छा तरीका है शिलांग या तुरा से पर्यटक बस लेना।