जैसा कि नाम से ही जाहिर है, गुरुद्वारा बिबेकसर साहिब बिबेकसर सरोवर के किनारे पर स्थित है। इस सरोवर को 1628 में छठे सिक्ख गुरू, गुरू हरगोविंद जी ने बनवाया था। वहीं इस खूबसूरत गुरुद्वारे का निर्माण महाराजा रणजीत सिंह ने उस स्थान पर करवाया था, जहां पर गुरू हरगोविंद सिंह शिकार के बाद आराम किया करते थे। साथ ही यहां पर वह शाम के समय बैठक करते थे और ज्ञानी लोगों के साथ धार्मिक विचारों पर चर्चा करते थे।
सुरम्य परिवेश में बने इस गुरुद्वारे में एक खूबसूरत गार्डन भी है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां गुरू हरगोविंद जी फुरसत के पल बिताते थे। गुरुद्वारे परिसर में तालाब के किनारे पर करीर वृक्ष को आज भी देखा जा सकता है, जिसके नीचे गुरू हरगोविंद जी अपने घोड़े के साथ समय व्यतीत करते थे। फिलहाल इस गुरुद्वारे का प्रबंधन शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के हाथों में है और हर महीने के आखिरी शनिवार को यहां जाना सबसे अच्छा रहता है।