हरमंदिर साहिब के ठीक बगल में स्थित संतोखसर गुरुद्वारा एक ऐतिहासिक सिक्ख तीर्थस्थल है। गुरू अर्जुन देव जी द्वारा बनवाए गए पांच पवित्र तालाबों में से एक तालाब यहां भी है। इस तालाब की खुदाई गुरू रामदास जी ने तत्कालीन सिक्ख गुरू और अपने ससुर गुरू अमर दास जी के निर्देश पर शुरू की थी।
गुरू अर्जुन देव जी ने बाबा बुड्ढा की मदद से 1587 से 1589 के बीच इस तालाब की खुदाई पूरी की थी। खुदाई के दौरान यहां पर एक ज्ञानी मिला जो ध्यान कर रहा था। उसी के नाम पर गुरू रामदास जी ने इस तालाब का नाम संतोखसर साहिब रखा।
संताखा नाम के उस योगी ने बताया कि वह यहां पर मुक्ति पाने के लिए गुरू की प्रतीक्षा कर रहा था और इतना कहते ही उन्होंने अंतिम सांस ली। इसे गुरुद्वारा तहली साहिब के नाम से भी जाना जाता है और अमृतसर घूमने के दौरान यहां जरूर जाना चाहिए।