छावनी बाजार, करमिया गांव से 12 किमी. की दूरी पर स्थित है और बस्ती शहर से 40 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस जगह को 1850 में भारत के ब्रिटिश शासन के दौरान सैन्य प्रतिष्ठान के लिए बाजार के रूप में बनाया गया था लेकिन बाद में यह जगह भारत में आजादी की पहली...
अहमत पुल या अहमत ब्रिज, बस्ती जिले के बाहरी क्षेत्र में कुवानो नदी पर बना हुआ है। इसे ब्रिटिश सरकार के द्वारा बनवाया गया था और यह पुल बस्ती को राज्य के कई शहरों के साथ जैसे - अयोध्या, फैजाबाद और लखनऊ आदि से जोड़ता है। इस पुल का नाम मठ से...
नगर शब्द का अर्थ होता है जहां जीवन हो, लोग रहते हो, कोई शहर हो या बस्ती हो। हालांकि, नगर बाजार, उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के एक गांव का नाम है। वैसे एक जगह का नाम भी नगर बाजार है। यह जगह जिला मुख्यालय से लगभग 8 किमी. की दूरी पर स्थित है,...
बागवानी अनुसंधान और विकास प्रशिक्षण केन्द्र को बस्ती में 1956 में स्थापित किया गया था, जो उत्तरप्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में बागवानी और कृषि गतिविधियों का एक केंद्र बन गया है। यहां केवल शिक्षाविद् या रिसर्च करने वाले लोग ही नहीं आते हैं बल्कि...
बाराह मंदिर को बाराह छत्तर के नाम से जाना जाता है जो बाराह नामक गांव में स्थित है और इसी कारण इसका नाम बाराह पड़ा। यह जगह, बस्ती शहर से 15 किमी. की दूरी पर कुनावा नदी के तट पर स्थित है। यह माना जाता है कि इस प्राचीन जगह का मूल नाम वियाग्रापुरी था।
...पैदा, बस्ती जिले का एक छोटा सा गांव है। यह गांव बस्ती जिले से 14 किमी. की दूरी पर सिद्धार्थ नगर सड़क पर स्थित है। यह गांव स्वतंत्रता आंदोलन में अपने प्रमुख योगदान के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थल आजादी की लड़ाई में एक महत्वपूर्ण केन्द्र...
चंदो ताल या झील, बस्ती जिले के दक्षिण पश्चिम हिस्से में टांडा रोड़ पर लगभग 10 किमी. की दूरी पर स्थित है। पक्षी प्रेमियों और पक्षियों को निहारने में रूचि रखने वाले लोगों के लिए चंदो तालाब एक महत्वपूर्ण स्थल है, इसके अलावा मछली पकड़ने में रूचि...
महुआ दबार, बस्ती जिले से 15 किमी. की दूरी पर स्थित है जो भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन के इतिहास में एक गौरवपूर्ण स्थान अर्जित कर चुका है। इस अनजाने निवास स्थान को निरंतर अनुसंधान के माध्यम से मोहम्मद लतीफ अंसारी ने खोजा था, जो...
बदेश्वर नाथ एक छोटा सा गांव है जो बस्ती शहर से लगभग 5 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस गांव की आबादी में लगभग 500 से 600 ब्राह्मण और गोस्वामी निवास करते है। बहरहाल, यह छोटा सा गांव भी घूमने लायक स्थल है और यहां एक प्रसिद्ध मंदिर है जिसे...
राष्ट्रीय वन चेतना केन्द्र को बस्ती और उसके आसपास के क्षेत्रों के निवासियों में जंगलों और पर्यावरण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्थापित किया गया है। इस केन्द्र को संत रवि दास वन विहार भी कहा जाता है जो संत श्री रवि दास को श्रद्धांजलि...
पक्के बाजार, बस्ती जिले के मुख्य बाजार का नाम है। यह बाजार शहर के केन्द्र में स्थित है और शहर व आसपास के क्षेत्रों के लोगों को खरीददारी के लिए आकर्षित करती है। यह बहुत प्रसिद्ध और व्यस्त शॉपिंग इलाका है जो दिन भर लोगों से घिरा रहता...