गंगा मंदिर भरतपुर में एक लोकप्रिय मंदिर है। इस मंदिर के निर्माण कार्य का प्रारंभ महाराजा बलवंत सिंह ने 1845 में किया था, हालांकि यह लगभग 90 वर्षों में पूरा हुआ। इस मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने पर महाराजा बलवंत सिंह के पांचवें उत्तराधिकारी बृजेन्द्रसिंह ने इस मंदिर में देवी गंगा नदी की मूर्ति की स्थापना की। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण राज्य के सभी कर्मचारियों के एक महीने के वेतन से किया गया था।
इस मंदिर की संरचना राजपूत, मुगल और द्रविड़ स्थापत्य शैलियों का एक समामेलन दर्शाती है। इस मंदिर की दीवारें और स्तंभ मनोरम और आनंदप्रद नक्काशियों से सुसज्जित हैं। इस मंदिर के मुख्य आकर्षण भगवान कृष्ण, लक्ष्मी नारायण और शिव पार्वती की मूर्तियां हैं। गंगासप्तमी और गंगा दशहरा के अवसर पर बड़ी संख्या में भक्त यहाँ आते हैं।