बी.आर. हिल्स की यात्रा में यात्रियों को पर्वतीय श्रंखला पर स्थित बिलीगिरी रंगास्वामी मंदिर अवश्य देखना चाहिए। बिलीगिरी रंगास्वामी मंदिर भगवान वेंकटेश को समर्पित है। पूरे भारत में भगवान रंगनाथ को समर्पित मंदिरों में यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां आराध्य की मूर्ति खड़ी अवस्था में है। मुख्य देवता की मूर्ति के अलावा, मंदिर में देवता की अर्धांगिनी, रंगनायकी की भी मूर्ति है।
प्रत्येक शुक्रवार को यहां एक खास पूजा का आयोजन किया जाता है। श्रीवैष्णव मत के अनुयायियों के लिए बिलीगिरी रंगास्वामी मंदिर का बड़ा महत्व है, क्योंकि इस क्षेत्र की स्थानीय जनजातियां दो वर्ष में एक बार भगवान रंगनाथ को एक फुट 9 इंच लम्बी खाल की चप्पलें भेंट करते हैं।
अप्रैल में वैशाख के समय इस तीर्थ स्थल पर होने वाला कार उत्सव(रथ उत्सव) भारत के सभी भागों से हजारों की संख्या में भक्तों को यहां आने के लिए मजबूर करता है।