हाथी पूल ग्वालियर किले का मुख्य प्रवेश द्वार है। किले के छह प्रवेश द्वारों से निकलने के पश्चात ही यहाँ पहुंचा जा सकता है। यह सातवाँ और आख़िरी दरवाज़ा है जिससे गुजरने के बाद ही किले तक पहुंचा जा सकता है। इस द्वार से सीधे मान मंदिर महल में प्रवेश किया जा सकता है जिसका निर्माण राजा मान सिंह ने किया था।
किसी समय में इस किले के प्रवेश द्वार पर पत्थर की बनी हुई हाथी की एक आदमकद मूर्ति थी। इस स्थान के नाम का यह भी एक कारण हो सकता है। अन्य कारण यह भी हो सकता है कि यह इतना बड़ा है कि हाथी भी इसमें से होकर निकल सकता है।
अत: इसका नाम हाथी के नाम पर पड़ा है। हाथी पूल के स्तंभ बेलनाकार हैं जिस पर गुंबद है जो इसे आकर्षक बनाते हैं।