मार् थोमा पवित्र स्थल जिसे मार् थोमा पोप पवित्र स्थल भी कहा जाता है, कोडुन्गल्लुर का एक ऐतिहासिक चर्च है। यह पवित्र स्थल अझीकोड़ में स्थित है जहाँ ऐसा माना जाता है कि सेंट थॉमस उतरे थे। इस मंदिर का इतिहास केरल में ईसाई धर्म के प्रारंभ को बताता है और इसीलिए इसका...
त्रिप्रायर नदी के किनारे स्थित त्रिप्रायर श्री राम मंदिर कोडुन्गल्लुर का प्रमुख धार्मिक स्थान है। यह त्रिप्रायर में स्थित है जो कोडुन्गल्लुर शहर से लगभग 15 किमी. की दूरी पर है। भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम की इस मंदिर में पूजा की जाती है।
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कीज्हथाली महादेव मंदिर कोडुन्गल्लुर का प्रमुख धार्मिक स्थान है। त्रिशूर जिले में स्थित इस मंदिर का इतिहास कई शताब्दियों पुराना है। यह मंदिर प्राचीन है और इसकी वास्तुकला आकर्षक है। भगवान शिव जिन्हें महादेव भी कहा जाता है, इस मंदिर के इष्ट देव हैं। केरल के सभी ओर से...
चेरमन जुमा मस्जिद कोडुन्गल्लुर के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। इस मस्जिद का निर्माण मलिक बिन दीनार ने ईसा पश्चात 629 में करवाया था और इसे भारत की प्राचीन मस्जिदों में से एक माना जाता है। यह विश्व की दूसरी सबसे बड़ी मस्जिद है। इतिहास के अनुसार ईसा...
कुरुम्बकवु मंदिर कोडुन्गल्लुर का एक अन्य धार्मिक आकर्षण है जहाँ के इष्ट देव योद्धा देवी भगवती है। इस मंदिर में देवी भगवती की शानदार मूर्ति है जिनकी आठों भुजाओं में हथियार हैं। दारुका (एक राक्षस) का सिर, घंटी, एक पायल और खून से भरा हुआ कटोरा देवी की मूर्ति को...
कोडुन्गल्लुर के दक्षिण में स्थित तिरुवंचिक्कुलम महादेव मंदिर दक्षिण भारत के प्राचीन मंदिरों में से एक है। गोपुरम, थेवर, दक्षिणामूर्ति, पशुपति, नाटक्कल शिवं, संध्यावेला शिवं, पल्लियारा शिवं, उन्नी थेवर और कोनाक्कल शिवं इस मंदिर में भगवान शिव के पाए जाने वाले प्रमुख...
कूदाल्मानिक्यम मंदिर केरल के प्रमुख मंदिरों में से एक है जो कोडुन्गल्लुर के पास स्थित है। यह इरिन्गालाकुडा में स्थित है जो त्रिशूर शहर से बीस किलोमीटर की दूरी पर है। यह मंदिर वर्ष में पूरे समय देश भर से पर्यटकों को पानी ओर आकर्षित करता है क्योंकि भारत में केवल यही...
श्रीन्गापुरम महादेव मंदिर एक प्रसिद्द शिव मंदिर है जो कोडुन्गल्लुर शहर के पास स्थित है। श्रीन्गापुरम नाम एक कहानी से निकला है जिसके अनुसार साधु रिश्यश्रींगा ने इस मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति की स्थापना की थी।
जो चीज़ इस मदिर को अन्य शिव मंदिरों से अलग...