कज़ीमार बड़ी मस्जिद मदुरई जंक्शन तथा पेरियार बस स्टैंड के पास स्थित है। यह एक प्राचीन मस्जिद है जिसका निर्माण 13वीं शताब्दी में पैगंबर मोहम्मद के अनुयायी हज़रत काज़ी सैयद ताजुद्दीन ने करवाया था। ऐसा विश्वास है कि यह मदुरई की सबसे पुरानी मस्जिद है।
जब वे ओमान से यहाँ आये थे तब पांडेय राजा कुलसेकरा पंड्या ने उन्हें यह भूमि उपहार के रूप में दी थी। इस मस्जिद के आकार के कारण इसे बड़ी मस्जिद या पेरिया पल्लिवासल कहा गया। इसकी क्षमता 2500 लोगों की है तथा यह इस क्षेत्र की सबसे बड़ी संरचना है। मस्जिद के परिसर में हज़रत की दरगाह भी है। इस दरगाह को मदुरई के मकबरे के नाम से जाना जाता है।