तिरुमलाई नयक्कर पैलेस एक सुंदर महल है जिसका निर्माण हिंदू – अरबी शैली में नायक राजा तिरुमलाई नायक ने 16 वीं शताब्दी में किया था। इस महल में लाईट और साउंड शो दिखाया जाता है जिसमें तिरुमलाई नयक्कर और सिलापतिकारम का जीवन दिखाया जाता है।
आज मंदिर का एक चौथाई भाग ही शेष बचा है। यहाँ लगभग 248 स्तंभ हैं जो 58 फुट ऊंचे हैं। महल की छत पर भगवान शिव और विष्णु के जीवन से संबंधित चित्र दर्शाए गए हैं। यह महल वास्तुकला का एक अद्भुत नमूना है। मंदिर के गुंबद और मेहराब वास्तुकला की स्तूप शैली में बने हैं।
इनमें घर में उपयोग में लाये जाने वाले बर्तन और फर्नीचर दर्शाए गए हैं। महल के प्रवेश द्वार, डांसिंग और मुख्य कक्ष में सबसे सुंदर काम किया गया है। 1860 – 70 में ब्रिटिश लोगों ने इसका पुन:निर्माण किया।