यह आर्ट गैलरी नग्गर में आकर्षण का प्रमुख केंद्र है जहां कला के शौकीन पेंटिग्स का दीदार करने जरूर आते है। यह आर्ट गैलरी नग्गर कैसल में स्थित है। निकोलस रियोरिच एक रूसी कलाकार था जो 1947 में बोल्शेविक क्रांति के बाद रूस से भारत आया था।
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नग्गर में मछली पालन काफी प्रसिद्ध व्यवसाय है। यहां आने वाले पर्यटक भी इसमें शामिल होते है और एंजाय करते है। यहां की नदी तीर्थन और अन्य जल स्त्रोतों जैसे कासोल और कैटरन में मछली को पकड़ना एक शौक माना जाता है जो लीगल है। पर्यटक इन प्वाइंट पर...
चामुंडा भगवती मंदिर, नग्गर से 4 किमी. की दूरी पर बना हुआ है। यह मंदिर देवी मां चामुंडा को समर्पित है। यहां आसपास क्षेत्र का वातावरण काफी सुंदर है इस कारण अक्सर फिल्मों की शूटिंग इस मंदिर के परिसर में की जाती है।
नीली पहाड़ियों और हरे रंग की घाटियों के सुंदर वातावरण में अगर शापिंग करने को मिल जाएं तो इससे अच्छी बात तो हो ही नहीं सकती। नग्गर में कई जगह शापिंग करने के स्पॉट है जहां से कई प्रकार के सामान और स्थानीय संस्कृति को प्रदर्शित करने वाली...
नग्गर में ट्रैकिंग जैसा साहसी खेल खेलने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते है। यहां के पीक प्वाइंट पर आराम से सुरक्षा के तहत इस शैक को पर्यटक पूरा कर सकते है। फोटोग्राफी का शौक पालने वाले भी नग्गर की खुबसूरती को अपने कैमरे में कैद करके ले जा सकते हैं।
त्रिपुरा सुंदरी मंदिर एक लोकप्रिय पर्यटक गंतव्य स्थल है जो नग्गर में स्थित है। इस मंदिर की वास्तुकला पगोडा शैली की है। मंदिर में तीन छत है जिसमें एक लकड़ी की सुंदर सरंचना बनी हुई है। मंदिर में कई हिंदू देवी और देवताओं की मूर्ति लगी हुई है।
...मुरलीधर मंदिर, नग्गर में स्थित पर्यटन स्थलों में से सबसे लोकप्रिय है। इसकी स्थापत्य शैली, मिस्र के पिरामिड के समान है। यह मंदिर हिंदू देवता कृष्ण और उनकी प्रेमिका राधा को समर्पित है।
इसके अलावा कई अन्य पौराणिक देवताओं और पक्षी जैसे गरूड़ आदि की पूजा...
यह मंदिर नग्गर का एक महत्वपूर्ण और आकर्षक स्थल है जो नग्गर कैसल परिसर में स्थित है। पहले यह एक किला था जिसे वर्तमान में एक हेरिटेज होटल में परिवर्तित कर दिया गया है। लोककथाओं के अनुसार, एक बार देवताओं और देवियों ने स्वयं को मधु मक्खियों...
यह मठ व्यास नदी के बाएं तट पर स्थित है। इस मठ का उद्घाटन 2005 में दलाई लामा द्वारा किया गया था। यह मठ हरे रंग की घाटी के मध्य में स्थित है। यह मठ कुल्लू से 10 किमी. की दूरी पर बना है। यहां आने वाले श्रद्धालु आसानी से सड़क मार्ग से पहुंच सकते है।
...नग्गर कैसल, एक प्राचीन शाही किला है जो लगभग 500 साल पुराना है। पर्यटकों के बीच फेमस यह स्थल मनाली से मात्र 21 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस मध्ययुगीन किले का निर्माण 1460 ई. के लगभग कुल्लू के राजा सिद्ध सिंह ने करवाया था।
पहले यह राजा का घर...