शाहपुर कंड़ी किले को 1505 में जसपाल सिंह पठानिया द्वारा बनाया गया था, वे एक प्रसिद्ध राजपूत प्रमुख थे। यह मुख्य रूप से नूरपुर और कांगड़ा के क्षेत्रों को नियंत्रित करने के लिए बनाया गया था। किले के परिसर में खूबसूरत मस्जिद और मंदिर बनाए गए हैं, जो शासकों के...
पठानकोट से केवल 21 कि.मी दूर स्थित मुक्तेश्वर मंदिर को, पंजाब के पवित्रतम स्थानों में से एक माना जाता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इस में एक सफेद संगमरमर का शिवलिंग है जिस पर तांबे की योनि है। इस मंदिर में अन्य देवी देवता जैसे भगवान विष्णु, देवी पार्वती...
रणजीत सागर बांध, थीन बांध के रुप में भी जाना जाता है, यह देश के उच्चतम मृदा बांधों में से एक है। यह भारत के सबसे बड़े व्यास लाक पाइप में से है, और, फिलहाल पंजाब का सबसे बड़ा जल विद्युत बांध है। यह रावी नदी पर स्थित है, और इसकी नगरी को शाहपुर कंड़ी कहा जाता है, जो...
जलीय अनुसंधान केंद्र, बांधों के विभिन्न प्रतिरुपों तथा यहां प्रदर्शित सिंचाई की परियोजनाओं के लिए प्रसिद्ध है। इन बांधों और सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण के लिए अपनाई जाने वाली इंजीनियरिंग तकनीक को देखकर यात्री जरुर चकित हो जाएंगे। यह पठानकोट से लगभग 7 कि.मी दूर,...