सख्या सागर झील और माधव सागर झील को 1918 में मनीय्यर नदी से बनाया गया था। यह झील माधव राष्ट्रीय पार्क के पास में ही स्थित है। यह झील माधव राष्ट्रीय पार्क के आसपास की जैव विविधता को बनाएं रखता है। यह पारिस्थितिकी तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जहां कई वन्यजीव और चिडि़यां व सरीसृप सौहार्दपूर्वक रहते है।
सख्या सागर झील में बोट क्लब भी है जिसे सेलिंग क्लब के नाम से जाना जाता है। यह नाव, पर्यटकों को इस झील में शांत जल में सैर करने का अवसर प्रदान करता है। फोटोग्राफी के शौकीन पर्यटक और वन्यजीव के प्रति उत्साही पर्यटक इस झील में सब कुछ पा सकते है जो उनकी लालसा को शांत कर सके। नाव से सूर्यास्त का नजारा, जंगलों का मनोरम दृश्य और शांत झील के रूप का अद्भुत संगम मन को प्रफुल्लित कर देता है।
अगर इस साइट पर सुबह जल्दी आया जाएं तो यहां कई अन्य अनदेखे नजारे भी देखने को मिलते है जिनमें गोह, अजगर और मगरमच्छ को भी किनारों पर घूमते देखा सकता है जो सख्या झील में रहते है।