सख्या सागर झील और माधव सागर झील को 1918 में मनीय्यर नदी से बनाया गया था। यह झील माधव राष्ट्रीय पार्क के पास में ही स्थित है। यह झील माधव राष्ट्रीय पार्क के आसपास की जैव विविधता को बनाएं रखता है। यह पारिस्थितिकी तंत्र का एक महत्वपूर्ण...
शिवपुरी जिला संग्रहालय, शिवपुरी के इतिहास को संग्रहित करने में सक्षम स्थल है जहां इतिहास के कई अवशेषों को संरक्षित किया गया है। शिवपुरी का ऐतिहासिक महत्व यहां स्थित कई स्मारकों, मंदिरों और खंडहरों के कारण है वहीं इस संग्रहालय में इन सभी स्थलों...
आज भी इतिहास के पन्नों में महुआ शिव मंदिर का निर्माण एक मणि के रूप में दर्ज है। महुआ, शिवपुरी में एक अनजान गांव है जो 6 वीं से 7 वीं सदी तक किसी खजाने की तरह छुपा हुआ था। महुआ गांव, शिवपुरी के प्रसिद्ध क्षेत्र मधुमति में स्थित है जिसका उल्लेख रन्नौड...
सोन चिरैया पक्षी अभयारण्य, करेरा में स्थित है जो शिवपुरी से 20 किमी. दूर बाहरी क्षेत्र में स्थित है। यह एक पौराणिक भूमि है जहां कई पक्षियों की दुर्लभ प्रजातियां पाई जाती है जिनमें से कई तो विलुप्त भी हो चुकी हैं। यहां पक्षियों के बारे में कई पौराणिक...
भादिया कुंड, उन स्थानों में से एक है जहां प्राकृतिक झरनों में रोगनाशक शक्तियां होती है। यह कुंड एक गांव में स्थित है जो मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अंर्तगत आता है। यह जगह पर्यटकों के लिए सुरक्षित और साफ है, यहां आकर वह अच्छे होटलों में...
छतरियां या स्मारक एक खाली कब्र है जो उस व्यक्ति के लिए बनी हुई है जो कहीं न कहीं विद्यमान है। स्मारक, युद्ध स्मारकों की तर्ज पर बनाया गया है यह एक आधुनिक तरीका नहीं बल्कि काफी पुराना प्रचलन है। स्मारक के अंग्रेजी शब्द की उत्पत्ति...
माधव विलास पैलेस को स्थानीय लोगों के बीच आम बोलचाल की भाषा में '' महल '' के नाम से जाना जाता है जो भव्यता का प्रतीक है। सुंदर बुर्ज, कई छतें और चमकदार संगमरमर की छतें इस महल को आज भी महल के मानकों पर खरा बनाती हैं। महल का बाहरी आवरण हल्के गुलाबी रंग...
खोखही मठ ऑफ रन्नौड, शिवपुरी के आसपास के क्षेत्र का एक प्राचीन मंदिर है। हिंदुओं के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विश्वासों के अनुसार, यह मठ धार्मिक महत्व रखता है जो कुछ प्राचीन पूजा स्थलों और स्थानों के संरक्षण के लिए मार्ग प्रशस्त करता...
श्री शांति नाथ दिगम्बर जैन अष्टाया क्षेत्र, शिवपुरी का प्राचीन मंदिर है जो शिवपुरी से 13 किमी. की दूरी पर स्थित है। माना जाता है कि यह मंदिर लगभग 800 साल पुराना है। इस मंदिर तक आगरा - मुम्बई राजमार्ग के द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है जो सिसाई में...
सिद्देश्वर मंदिर, शिवपुरी में स्थित मंदिर है जो भगवान विष्णु को समर्पित है। शिवपुरी में प्रचुर मात्रा में समृद्ध वन्य जीवन के अलावा धार्मिक उत्साह और पूजा स्थलों की कमी नहीं है। यहां कई आध्यात्मिक स्थल स्थित है जिनमें से...
नरवार किला, शिवपुरी के बाहरी इलाके में शहर से 42 किमी. की दूरी पर स्थित है जो काली नदी के पूर्व में स्थित है। यह भारत के देदीप्यमान अतीत का एक अवशेष है। यह किला एक शाही किला है जो क्षेत्र के शाही साम्राज्य के बारे में बतलाता है। यह एक शानदार...
सुरवाया की गढ़ी, भारत के इतिहास को कई मायनों में देदीप्यमान करती है। जैसा कि शिवपुरी के नाम से ही स्पष्ट है कि इस शहर का नाम हिंदूओं के भगवान शिव के नाम पर रखा गया है। भारत के प्रचीन मंदिरों को शिवपुरी में देखा जा सकता है। शहर के आसपास के आधुनिक...
श्री पछराई तीर्थ एक जैन मंदिर है। परछाई गांव एक आकर्षक गांव है जहां कई धर्मो के धार्मिक स्थल मौजूद है जहां असंख्य भक्त दर्शन हेतू आते है। इन्ही मंदिरों में से श्री पछराई तीर्थ मंदिर है जिसका क्षेत्र में विशेष स्थान है। इसके अलावा, श्री...
सुल्तान गढ़ झरना, शिवपुरी से 50 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह एक बेहर सुंदर झरना है जो प्रकृति के सारे रंग खुद में समेटे हुए है। इस झरने के आसपास स्थित पहाडि़यां यहां के दृश्य को और सुंदर बनाती है। सुल्तान गढ़ झरना एक प्राकृतिक झरना है जो पार्वती...
माधव राष्ट्रीय पार्क एक जंगली क्षेत्र है जो भारत के इतिहास के पन्नों में अकबर के शासनकाल के दौरान शिकार से लेकर औपनिवेशक काल तक दर्ज है। माना जाता है कि अकबर ने इस जंगल के हाथियों के पूरे झुंड पर कब्जा कर लिया था और उन्हे इस जंगल से अपने...