सोंडा की यात्रा करते वक्त अगर समय है तो यात्री स्वर्णवल्ली मठ को चुन सकते हैं, इसे होन्नावल्ली मठ भी कहा जाता है। इस मठ की स्थापना अद्ववैत दर्शन के संस्थापक आदि शंकराचार्य के निवेदन पर इसके संत भास्करेंद्र सरस्वती ने की थी।
सोंडा की यात्रा करते वक्त अगर समय है तो यात्री स्वर्णवल्ली मठ को चुन सकते हैं, इसे होन्नावल्ली मठ भी कहा जाता है। इस मठ की स्थापना अद्ववैत दर्शन के संस्थापक आदि शंकराचार्य के निवेदन पर इसके संत भास्करेंद्र सरस्वती ने की थी।