श्री कल्याणसुन्दरेस्वरार स्वामी मन्दिर भगवान शिव को समर्पित तिरुमाननचेरी में स्थित एक महत्वपूर्ण मन्दिर है। यह भ्रान्तियों और लोककथाओं में डूबा पूजा स्थल है। लोककथा के अनुसार यह वही स्थान है जहाँ पार्वती जी ने शिव जी से विवाह के लिये पुनः जन्म लिया था। मन्दिर परिसर भी काफी बड़ा है और लगभग 3.5 एकड़ क्षेत्र में फैला है।
पूजा करने का समय प्रातः 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक तथा दोपहर में 3 बजे से रात में 8 बजे तक होता है। यह एक और लोकप्रिय स्थान है जहाँ पर ऐसे लोग भारी संख्या में आते हैं जिनकी शादी नहीं हो रही होती है। मन्दिर के अन्दर नटराज के रूप में भगवान शिव, भगवान दक्षिणामूर्ति, भगवान ब्रह्मा, भगवान लिंगोद्भवर और देवी दुर्गा के छोटे मन्दिर हैं।
भगवान वारादारजार को समर्पित एक छोटा मन्दिर भी स्थित है। भगवान वारादारजार की पत्नियों भूदेवी और श्री देवी की भी पूजा इस मन्दिर के साथ की जाती है। मन्दिर में आने का सर्वश्रेष्ठ समय त्यौहारों के दौरान का होता है। मन्दिर के अन्दर मनाये जाने वाले प्रमुख त्यौहारों में कर्थीगया दीपम, नवरात्रि, अरुद्रा दरिसनम और थिरूक्कल्यानम शामिल हैं।