सप्तसागर तीर्थ का शाब्दिक अर्थ है सात समुद्रो का पानी और ऐसी भ्रान्ति है कि इस कुण्ड में भरा पानी सात महान समुद्रों का है। यह श्री उथवागनाथ स्वामी मन्दिर के काफी निकट है लेकिन जब आप तिरुमाननचेरी में हो तो यहाँ आसानी से पहुँच सकते हैं। यह पवित्र कुण्ड उन लोगों के लिये महत्वपूर्ण है जिनके बच्चे नहीं हैं।
लोककथा के अनुसार जिन लोगों के बच्चे नहीं होते हैं वे इस मन्दिर मे दर्शन के बाद सप्तसागर तीर्थ में डुबकी लगाने से मन्नत पूरी होता है। तिरुमाननचेरी आने वाले पर्यटकों को यहाँ अवश्य आना चाहिये, न केवल धार्मिक उद्देश्य से बल्कि सप्तसागर तार्थ के सात समुद्रों के जल में डुबकी के अनुभव के लिये ही सही। सप्तसागर तीर्थ में स्नान के बाद भक्तों को मन्दिर में राहु ग्रह की पूजा करनी होती है।