कुरीसुमाला को "पवित्र क्रॉस वाली पहाड़ियों" के रूप में भी जाना जाता है। यह आलीशान जगह वागामण से 10 किमी की दूरी पर स्थित है। यह प्रसिद्ध पहाड़ी ईसाइयों के एक महत्वपूर्ण तीर्थ तथा डेयरी फार्मों के कारण प्रसिद्ध है। कुरीसुमाला हिल दोनो ओर से चाय के हरे बागानों और घने जंगलों से घिरा होने के कारण और भी आकर्षक लगता है।
इस पहाड़ी से मुरुगन पारा दिखाई देता है। दूर और पास के क्षेत्रों से लोग यहाँ ट्रैकिंग, कैंपिंग और पाराग्लाइडिंग के लिए आते हैं। यहां स्थित कुरीसुमाला आश्रम तक कई लोग आते हैं। गुड फ्राइडे वाले सप्ताह में भक्त कुरीसुमाला पहाड़ी पर पवित्र क्रास को लेकर चढ़ाई कर आश्रम तक पहुँचते हैं।
ऊपर चढ़ते समय रास्ते में यूरोपीय स्थापत्य शैली में बना एक पुराना घर पड़ता है। इस घर के पास एक कृत्रिम झील है। घर और झील दोनों लॉरी बेकर की कल्पनायें हैं। आप कुरीसुमाला आश्रम के भिक्षुओं द्वारा प्रबंधित और एक इंडो - स्विस परियोजना द्वारा चलाए जा रहे डेयरी फार्म को भी देख सकते हैं।