गीताई मंदिर एक सुंदर मंदिर है जो गोपुरी गाँव में विश्व शांति स्तूप के पास स्थित है। वर्धा के इस बेहद प्रसिद्द आकर्षण का उद्घाटन सन 1980 में आचार्य विनोबा भावे द्वारा किया गया था। यह मंदिर पत्रों का उपयोग करके बनाया गया है और इसकी स्थापत्य कला अद्वितीय है।
इन पत्रों पर भगवद्गीता के अठारह अध्याय उकेरे गए हैं और इन्हें लम्बवत रूप में गाय के आकार में योजित किया गया है। इस मंदिर की सबसे जादुई बात यह है कि न तो यहाँ कोई मूर्ति नही है और न ही छत है।
मंदिर के समीप एक उद्यान है। शांति कुटी में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है जिसमें जमनालाल बजाज, आचार्य विनोबा भावे और महात्मा गांधी के जीवन का चित्रण किया जाता है।