चिकमंगलूर की यात्रा में यात्रियों को अपनी वन श्रंखलाओं के लिए मशहूर बाबा बूदन गिरी पहाड़ियों को अवश्य देखना चाहिए। दत्तागिरी पर्वतीय श्रंखला (इनाम दत्तात्रेय पीठ) के नाम से जानी जाने वाला यह स्थान 1895 मीटर की ऊंचाई पर है। यह टाउन से लगभग 28 किलोमीटर की दूरी पर है तथा हिंदुओं एवं मुस्लिमों दोनों के लिए एक तीर्थस्थल है। इसी कारण से इस स्थान का नाम हिन्दू देवता गुरू दत्तात्रेय एवं मुस्लिम संत बाबा बूदन के नाम पर रखा गया है।
बाबा बूदन गिरी की यात्रा पर आने वाले आगन्तुकों को यहां स्थित तीन सिद्दों की पवित्र गुफाओं को भी देखने का मौका मिलता है। इसी के पास में एक और प्रसिद्द स्थान शीतला स्थित है, जहां दो पवित्र स्थल शीतला-मल्लिकार्जुन और एक मठ स्थित हैं। यदि समय मिले, तो आगन्तुक यहां से मात्र 1 किमी दूर स्थित मानिकवधरा जलप्रपात भी देखने जा सकते हैं।
हायकिंग व ट्रैकिंग के शौकीन लोगों के लिए बाबा बूदन गिरी बहुत् अच्छा स्थान है। इस क्षेत्र में मुनायनगिरी (1930 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सबसे ऊंची चोटी) एवं दत्तागिरी नामक दो लोकप्रिय पर्वत श्रंखलाएं मौजूद हैं। अगर भाग्य अच्छा हो तो आगन्तुकों को बारह वर्ष में एक बार यहां खिलने वाला फूल “कुरिंजी” देखने को मिल सकता है। पक्षी प्रेमियों के लिए इस स्थान की यात्रा करना बिल्कुल सही विकल्प है।