माता चक्रेश्वरी देवी जैन मंदिर सरहिंद-चंडीगढ़ रोड पर एक गाँव अत्तेवाली में स्थित है। माता चक्रेश्वरी देवी की कथाएं पृथ्वीराज चौहान के समय से चली आ रही हैं। एक प्रसिद्ध कथा के अनुसार, कुछ तीर्थयात्री बैलगाड़ियों में जैन मंदिरों की यात्रा कर रहे थे। उन्होंने रास्ते में माता चक्रेश्वरी देवी की मूर्ती खरीदी।
माता चक्रेश्वरी देवी भगवान् आदिनाथ की प्रबल अनुयायी थीं। रात भर रूकने के बाद जब यात्रियों ने उस गाड़ी को हिलाने का प्रयत्न किया जिसमें माता की मूर्ती रखी हुई थी तो वह बैलगाड़ी चली ही नहीं। अचानक आकाशवाणी हुई, ”इस स्थान को मेरा आवास रहने दो”। आश्चर्यजनक रूप से उस बंजर भूमि में पानी का एक फ़व्वारा भी उभर आया।
प्रतिवर्ष दशहरे के बाद चौथे दिन यहाँ एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जिसे देखने के लिए भक्त बड़ी संख्या में यहाँ आते हैं।