भारत के हजारों पर्यटन स्थलों ने पूरे संसार में अपनी अनोखी पहचान बनाई है। इनमें से एक है गुहागर।मंदिरो और समुद्र तट के कारण विख्यात यह जगह महाराष्ट्र राज्य के पश्चिमी तट पर स्थित है।गुहागर आकर आपको एक तरफ लहराता अरब सागर और दूसरी तरफ विशाल सहयाद्री पर्वत श्रृंखला देखने को मिलेगी। समय निकालकर अपने परिवार के साथ यहां घूमने अवश्य आएं। हम आपको गुहागर के बारे में बताते है कुछ और बातें,जो आपको यहां की सैर के दौरान हेल्प करेगी।
मंदिरों का शहर
गुहागर को मंदिरों का शहर कहा जाता है। यहां हिंदू धर्म के कई मंदिर है जहां श्रद्धालु दर्शन करते दूर दूर से आते है। यहां के बालकेश्वर मंदिर, उदसेश्वर मंदिर, व्यादेश्वर मंदिर, वेलनेश्वर मंदिर और तालकेश्वर मंदिर में भगवान शिव के अलग-अलग रूप देखने को मिलते है। गुहानगर का चंद्रिका मंदिर काफी विख्यात है। इसके पास में ही भगवान उफराता गणपति का मंदिर भी है। पर्यटक यहां आकर गणेश देव सस्ंथान और उमा महेश्वरी मंदिर के भी दर्शन कर सकते है।
गुहागर में तट
इस शहर में काफी स्वच्छ और शांत वातावरण वाले समुद्र तट स्थित है जहां सूर्य की रोशनी पड़ते ही पानी और रेत जगमगा उठता है। यहां का वर्जिन तट 6 किमी. के क्षेत्रफल में फैला हुआ है जिसमें नारियल के पेड़ो की भरमार है। यहां आकर गुहानगर की कोंकण सस्ंकृति देखने को मिलती है।
कब और कैसे गुहागर आएं
अरब सागर के तट पर स्थित यह शहर तापमान में साल भर सामान्य ही रहता है। मई से सितम्बर के दौरान यहां का तापमान पर्यटकों का काफी आरामदायक लगता है। यहां का अधिकतम तापमान 39°C और न्यूनतम तापमान 18°C रहता है। साल में सबसे गर्म महीना मई का होता है। पर्यटक यहां आकर कोकोनट जरूर खाएं और उसका पानी पिएं। गुहानगर में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार का भोजन मिलता है। गुहानगर आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहां आने के लिए मुंबई एयरपोर्ट के रास्ते से आना होगा। चिपलुन यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन है। सड़क से आने वाले यात्री बस की यात्रा का भी लाभ उठा सकते है।