Search
  • Follow NativePlanet
Share
होम » स्थल» इम्फाल

इम्फाल - शहर की रखवाली करती हरी-भरी पहाड़ियां

44

मणिपुर की राजधानी इम्फाल, उत्तर पूर्वी भारत में पूरी तरह से सिमटा हुआ एक छोटा सा शहर है। इम्फाल द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सुर्खियों में आया था, जब जापानियों ने भारत में प्रवेश किया और क्षेत्र भर में युद्ध छेड़ा था। इम्फाल की लड़ाई और कोहिमा की लड़ाई का द्वितीय विश्व युद्ध के इतिहास में काफी उल्लेख किया गया है, क्योंकि तब ऐसा पहली बार हुआ था, कि किसी ने क्रूर जापानी फ़ौज को एशियाई मिट्टी पर हराया हो। कई लोगों ने सोचा कि इम्फाल युद्ध से बुरी तरह प्रभावित होगा, लेकिन हैरत की बात है कि शहर ने खरोंच से खुद को नए उत्साह के साथ पुनर्निर्मित किया।

इम्फाल में और उसके आसपास पर्यटक के स्थान

इम्फाल में यात्रा करने के लिए कई स्थान हैं। कांगला फोर्ट इम्फाल में सबसे ज्यादा घूमने वाले स्थलों में से एक है, यह 2004 तक असम राइफल्स के नियंत्रण के तहत था, जिसके बाद भारत के प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने भूमि को औपचारिक रूप से राज्य सरकार को सौंप दिया था। 'कांगला' एक मेइती शब्द है, जिसका अर्थ है 'शुष्क भूमि और इम्फाल नदी के तट पर स्थित है।

इम्फाल की यात्रा के दौरान, पर्यटकों को ख्वैरामबंद बाजार जरूर जाना चाहिए, खासतौर से 'इमा किथेल' अद्वितीय बाजार, जो पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित है। 'इमा किथेल' का वस्तुतः मतलब है माँ का बाजार।

पोलो ग्राउंड भी इम्फाल में वो जगह है, जहां ज़रूर जाना चाहिए क्योंकि यह दुनिया में सबसे पुराना पोलो ग्राउंड है, जो आज भी सक्रिय है। मणिपुरी की कलाकृतियों और इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए, मणिपुर राज्य संग्रहालय में राज्य पर जानकारी का भंडार है।इम्फाल के बाहरी इलाके में कैबुल लामजो राष्ट्रीय उद्यान, मोइरांग, एंड्रो, सेकता आदि घूमने के लिए कई स्थान हैं।

इम्फाल के इतिहास की एक झलक

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ख्‍याति पाने से पहले, 1826 के बाद से इंफाल मणिपुर के सम्राट की राजधानी था। लेकिन यह उल्लेखनीय है कि युद्ध से बहुत पहले, 1891 में एंग्लो-मणिपुरी युद्ध के दौरान, इम्फाल अंग्रेजों की नजर में आया था। ब्रिटिशों ने स्थानीय राजा को हरा दिया था और 1947 में भारत की आजादी के समय तक अंग्रेजी शासन के अधीन था। एक बार जब ब्रिटिश इम्फाल में बसने लगे, उन्होंने शहर के सामरिक स्थान का मूल्यांकन शुरू कर दिया और ब्रिटिश शासन के दौरान पर्याप्त रूप से इसे संसाधित किया गया। जब जापानियों ने इम्फाल पर हमला किया, तब ब्रिटिश की वजह से ही यह शहर उस खतरनाक सेना को हराने में समर्थ हो सका, क्‍योंकि उन लोगों ने इसे युद्ध के लिये शहर के रूप में विकसित कर दिया था।

इम्फाल नाम यम्फाल से लिया गया है, जिसका अर्थ है 'कई गांवों की भूमि'। मैदानों से पहाड़ियों को मिलाते हुए दिखने वाला अंतहीन क्षितिज एक रहस्यपूर्ण प्रभाव देता है। कभी भी जाइये इम्फाल हमेशा उतना ही सुंदर दिखता है। इम्फाल आलीशान हरे पहाड़ों से घिरा हुआ है, जो एक किले के रूप में शहर की रक्षा करते हैं। वहाँ इम्फाल, सेकमई, इरिल, थोबल और खुगा जैसी राजधानी के आसपास पहाड़ों के आर-पार होती हुई कई नदियां हैं। कटहल के पेड़ और देवदार के पेड़ शहर की सुंदरता को कई गुना बढ़ाते हुए इसे चिह्नित करते हैं। इम्फाल और किसी वजह से नहीं, बल्कि सिर्फ अपनी वनीय सुंदरता के लिए जाना जाता है।

इम्फाल प्राचीन अवशेषों, मंदिरों, स्मारकों से भरा हुआ है जो पर्यटकों और इतिहासकारों को समान रूप से आकर्षित करता है। युद्ध स्मारकें इम्फाल का एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण हैं।

मेइती इम्फाल घाटी के मुख्य बसने वाले हैं, जबकि यहाँ कई अन्य आदिवासी समूह हैं, जो कई पीढ़ियों से यहाँ रह रहे हैं। बामन या मणिपुरी ब्राह्मण, पंगन, मणिपुरी मुसलमान भी शहर के मुख्य बसने वाले हैं। काबुईस, टांगखुल्स, और पाइते की पहाड़ी जनजातियां भी यहां बसी हुई हैं। देश के अन्य भागों से बड़े पैमाने पर प्रवास के कारण, इम्फाल में मारवाड़ी, पंजाबी, बिहारी और बंगाली की काफी बड़ी आबादी है, हालांकि उनकी संख्या तेजी से घट रही है। मेइतिलोन या मणिपुरी जगह की प्राथमिक भाषा है, जबकि अंग्रेजी, हिंदी, तिब्बती और बर्मी भी बोली जाती है।

 

इम्फाल इसलिए है प्रसिद्ध

इम्फाल मौसम

घूमने का सही मौसम इम्फाल

  • Jan
  • Feb
  • Mar
  • Apr
  • May
  • Jun
  • July
  • Aug
  • Sep
  • Oct
  • Nov
  • Dec

कैसे पहुंचें इम्फाल

  • सड़क मार्ग
    आप उत्तर पूर्व में सभी प्रमुख कस्बों और शहरों से सड़क मार्ग से इम्फाल तक पहुँच सकते हैं। यह गुवाहाटी से 479 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और राष्ट्रीय राजमार्ग-39 और राष्ट्रीय राजमार्ग-150 से जुड़ा हुआ है। आप 208 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दीमापुर से होते हुए भी इस शहर तक पहुँच सकते हैं। इस सड़क मार्ग से आने पर आपको बेहतरीन रोमांच का अनुभव होगा।
    दिशा खोजें
  • ट्रेन द्वारा
    इम्फाल में कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। वहाँ इम्फाल में और उसके आसपास और कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। दीमापुर प्रमुख निकटतम रेलवे स्टेशन है और शहर से 208 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ से नई दिल्ली, गुवाहाटी, कोलकाता और देश के कई अन्य स्थानों तक और वाहाँ से सीधी गाड़ियां हैं। दीमापुर रेलवे स्टेशन पर इम्फाल के लिए गाड़ियां आसानी से उपलब्ध हैं।
    दिशा खोजें
  • एयर द्वारा
    इम्फाल हवाई अड्डा शहर से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और शटल गाड़ियों और सार्वजनिक परिवहन के अन्य साधनों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। नई दिल्ली, कोलकाता, गुवाहाटी, आइजोल, बंगलौर और सिलचर से सीधी उड़ानें हैं। एयर इंडिया क्षेत्रीय, जेटकनेक्ट और इंडिगो जैसे विमान इस हवाई अड्डे से चलते हैं।
    दिशा खोजें
One Way
Return
From (Departure City)
To (Destination City)
Depart On
29 Mar,Fri
Return On
30 Mar,Sat
Travellers
1 Traveller(s)

Add Passenger

  • Adults(12+ YEARS)
    1
  • Childrens(2-12 YEARS)
    0
  • Infants(0-2 YEARS)
    0
Cabin Class
Economy

Choose a class

  • Economy
  • Business Class
  • Premium Economy
Check In
29 Mar,Fri
Check Out
30 Mar,Sat
Guests and Rooms
1 Person, 1 Room
Room 1
  • Guests
    2
Pickup Location
Drop Location
Depart On
29 Mar,Fri
Return On
30 Mar,Sat