जुन्हेबोटो पर्यटन- पहाड़ियों की चोटी पर एक भूमि
नागालैंड के हृदय में स्थित जुन्हेबोटो, समुद्र की सतह से लगभग 1800 किमी की ऊँचाई पर स्थित है। इसके पूरब में मोकोकचुंग और पश्चिम में वोखा इसके पड़ोसी जिले हैं। जुन्हेबोटो भी एक......
इम्फाल - शहर की रखवाली करती हरी-भरी पहाड़ियां
मणिपुर की राजधानी इम्फाल, उत्तर पूर्वी भारत में पूरी तरह से सिमटा हुआ एक छोटा सा शहर है। इम्फाल द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सुर्खियों में आया था, जब जापानियों ने भारत में......
जोरहाट - चाय बागानों से घिरा शहर
जोरहाट, असम के प्रमुख शहरों में से एक है और राज्य के उत्तरी भाग में अपनी सामरिक स्थिति के कारण यह ऊपरी असम और नागालैंड राज्य के लिए एक प्रवेश द्वार बना देता है।......
तेजपुर – ऐतिहासिक दृष्टि से समृद्ध, सांस्कृतिक दृष्टि से रंगीन (सजीव)
तेजपुर एक सुन्दर शहर है जो ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी किनारे पर स्थित है। यह सोनितपुर जिले का जिला मुख्यालय है। तेजपुर अपनी सांस्कृतिक श्रेष्ठता के लिए जाना जाता है। यह न केवल......
त्युएनसांग - एक ही स्थान पर असंख्य आदिवासी रंग
त्युएनसांग, नागालैंड के सबसे बड़े एवं सुदूर पूर्व का जिला मुख्यालय है जो त्युएनसांग के नाम से ही है। यह न केवल अपने आकार के कारण बल्कि अपने विशेष संवैधानिक विशेषाधिकारों की वजह......
मोन - कोन्याक्ष या टैटू योद्धाओं की भूमि
एक साहसिक यात्रा कई लोगों के लिए जिन्दगी भर की याद होती है, उनका अनोखा अनुभव होती है और वहीं कई उत्साही लोगों के लिए यह एक मानवविज्ञान हॉटस्पॉट होता है, अगर आप......
लॉन्गलेंग - एक रोमांचक सफर
लॉन्गलेंग को नागालैंड का जिला मुख्यालय घोषित किया गया है। किफिर की तरह ही यह भी एक नया जिला है। लॉन्गलेंग को 24 जनवरी 2004 को पूर्ण जिला घोषित किया गया था। यह समुद्र के स्तर से......
तामेंगलांग - पवित्र जंगलों एवं अज्ञात पहाड़ियों की सुरम्य भूमि
तामेंगलांग पहाड़ियों, घाटियों, एवं पर्वतमालाओं से युक्त एक पहाड़ी जिला है। खूबसूरत तामेंगलांग जिला, मणिपुर के नौ जिलों में से एक है। तामेंगलांग सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक......
जयंतिया हिल्स पर्यटन - लहराती पहाड़ियां और विहंगम प्राकृतिक दृश्य
जयंतिया हिल्स अपनी पहाड़ियों और घाटियों के अद्भुत सौंदर्य के लिए जाना जाता है। ढेरों पहाड़ियों के साथ-साथ यहां घुमावदार नदियों की भी कोई कमी नहीं है। जयंतिया हिल्स पर्यटन न......
मोकोकचुंग - एओ प्रजाति की एक अच्छी झलक
प्राचीन नागालैंड राज्य की यात्रा मोकोकचुंग की यात्रा के बिना अधूरी है, जो कि राज्य का एक प्रमुख जिला मुख्यालय है। मुख्य रूप से एओ प्रजाति के घनत्व वाला मोकोकचुंग दीमापुर और......
वोखा - लोथाओं की भूमि
वोखा राज्य के दक्षिणी हिस्से में जिला मुख्यालय और एक शहर है। यहाँ नगालैंड में सबसे बड़े जनजातियों लोथाओं का निवास है। अपने इतिहास के अधिकांश हिस्से में देखें तो, यह जगह......
किफिर - सारामाटी पर्वतीय दृश्यों का नजारा पेश करता शहर
किफिर नागालैंड का छोटा सा शहर है जोकि नागालैंड के ऐसे आकृषक स्थान पर बसा है जहां से नागालैंड के सर्वोच्च पर्वतीय शिखर सारामाटी के खूबसूरत दृश्यों का लुत्फ लिया जा सकता है। किफिर......
सेनापति - प्रकृति में खो जाने का स्थान
सेनापति, मणिपुर राज्य के नौ जिलों में से एक है और यदि आप एक एक प्रकृति प्रेमी हैं तो आपके लिए यह यात्रा करने लायक सबसे अच्छा स्थल है। सेनापति इस जिले के एक शहर का......
ईटानगर – ऑर्किड राजधानी में आदिवासी चटकीले रंगों का एहसास
अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर हिमालय की तलहटी में स्थित है। यह पापुमपरे जिले के प्रशासनिक अधिकार क्षेत्र में आता है और 20 अप्रैल 1974 से राजधानी के रूप में रहा है। यह भारत के......
सिलचर - बराक नदी से घिरा हुआ
सिलचर दक्षिण असम में है और कछार जिले का जिला मुख्यालय है। एक सर्वोत्कृष्ट छोटा शहर, सिलचर अपने में ही सुंदर है। शहर के चारों ओर बराक नदी जगह की सुंदरता को बढ़ाती है। बराक इस......
फ़ेक - जहाँ होता है प्रकृति और संस्कृति का मिलाप
नागालैंड भारत के उन अज्ञात हिस्सों में से एक है जिसने अपनी पहाड़ियों, घाटियों और मैदानों में बहुत कुछ संग्रहित कर के रखा है और जहाँ एक बार जाने के बाद आप बार बार जाना चाहेंगे।......
बिष्णुपुर - नाचते हिरन, तैरता हुआ दलदल और काफी कुछ
बिष्णुपुर को मणिपुर की सांस्कृतिक और धार्मिक राजधानी कहते हैं। यह ऐसी जगह है जहाँ भगवान विष्णु रहते हैं, जो डोम के आकार के टेराकोटा मंदिर से घिरा है और यहाँ पर प्रसिद्द नाचने......
काजीरंगा - जंगल के क्षेत्र में एक बिल्कुल सही रास्ते का ठहराव
राष्ट्रीय उद्यान में रहना उद्यान के अन्दर दिन बिताने तक ही सीमित नहीं है। राष्ट्रीय उद्यान में और इसके आसपास कई आकर्षण हैं, जहां आप दो दिन के अन्दर घूम सकते हैं। सोनितपुर जिले......
थौबल - झीलों, नदियों और धान के खेतों का लें आनंद
थौबल जिले का जिला मुख्यालय थौबल मणिपुर के अन्य शहरों की तुलना में कहीं अधिक विकसित है। शहर के ज्यादातर प्रमुख स्थल थौबल नदी के तट पर बसे हैं। इम्फाल नदी यहां की दूसरी महत्वपूर्ण......
दीमापुर - विशाल नदी के निकट शहर
उत्तर पूर्व के सबसे तेजी से बढ़ते शहरों में से एक माना जाने वाला दीमापुर, नगालैंड के लिए प्रवेश द्वार है। एक समय में यह साम्राज्य की समृद्ध राजधानी थी, आज भले ही यह......
सिबसागर - लंबे समय तक रहा अहोम की राजधानी
सिबसागर को शिवसागर के नाम से भी जाना जाता है। इसका शाब्दिक अर्थ होता है- भगवान शिव का समुद्र। असम की राजधानी गुवाहाटी से 360 किमी दूर स्थित सिबसागर इसी नाम के जिले का जिला......
उखरुल पर्यटन - विदेशी शिरुई लिली की भूमि
यदि आपको हरियाली सदा ही आकर्षित करती है तो आपको उखरुल ज़रूर आना चाहिए। उखरुल जि़ले का जि़ला मुख्यालय मणिपुर में है। उखरुल करामाती, सुंदर और अद्भुत है। भीड़भाड़, कारों के शोर,......