इस झील का हिंदू धर्म में धार्मिक महत्व है। यह झील हिमालय नदी के तट पर स्थित है जिसे ऋषि भृगु के नाम पर जाना जाता है। ऋषि भृगु, हिंदू धर्म में माने जाने वाले 7 ऋषियों में से एक है। स्थानीय लोगों के अनुसार, ऋषि भृगु ने इस झील के किनारे ध्यान लगाया था।
इस स्थल के बारे में यह भी कहा जाता है कि इसी जगह ऋषि भृगु ने भृगु समिता लिखी थी, इस समिता से भूत, भविष्य और वर्तमान की जानकारी मिल जाती है या कह सकते हैं कि आभास लगाया जा सकता है।
पास में ही नेहरू कुंड भी स्थित है जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यह कुंड एक प्राकृतिक झरना है जिसे ऋषि भृगु के द्वारा सवांरा गया था।