यह एक मठ है जो बौद्ध धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल है। इस मठ का निर्माण 1960 में करवाया गया था। हर साल हजारों पर्यटक तिब्बत से यहां मठ में दर्शन करने आते हैं। इस मठ का मुख्य आकर्षण मठ की छत है जो पीले रंग की पैगोडा स्टाइल में बनी हुई है और देखने में क्लासिक टॉवर जैसी लगती है।
यहां के मठ में केवल भगवान बुद्ध की प्रतिमा ही नहीं वरन् कई चित्र भी उनके जीवन के अन्य पहलुओं पर प्रकाश डालते हैं। इस मठ में एक लिस्ट को भी प्रर्दशित किया गया है जिसमें तिब्बत में हुई झड़प और निर्वासन में मारे गए लोगों के नाम लिखे गए हैं।
मठ परिसर में स्थित कई स्थानीय दुकानों से यहां आने वाले पर्यटक तिब्बती कल्चर की वस्तुओं को खरीद सकते हैं। इसके अलावा यहां से सुंदर कालीनों को भी सही दाम में खरीदा जा सकता है। यहां श्रद्धालु सुबह 6 से शाम 6 तक आ सकते हैं।