राजनंदगांव जिले का खैरागढ़ शहर छत्तीसगढ़ की नगर पालिका है। इसकी विशेषताएं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और स्कूल हैं। खैरागढ़ भर में सड़क और रेल मार्ग पूरी तरह विकसित है। यह रायपुर से 90 कि.मी और राजनंदगांव से 40 कि.मी दूर है। दंतेश्वरी माई और विरेश्वर महादेव मंदिर जैसे मंदिर देखने योग्य हैं।
इंदिरा प्रदर्शन कला और संगीत विश्वविद्यालय (इंदिरा संगीत और कला विश्वविद्यालय) भारत तथा एशिया की एक मात्र संगीत विश्वविद्यालय के रूप में प्रसिद्ध है। यह राजनंदगांव की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है। इस स्थान का शांत और निर्मल वातावरण शैक्षिक और संगीत की ललक को प्रेरित करता है।
यह ब्रिटिश शासन दौरान एक जागीरदार राज्य था। खैरागढ़ से 8 कि.मी दूर स्थित पंददाह का इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान है। इस क्षेत्र की उपजाऊ भूमि धान और कपास की खैती के लिए प्रसिद्ध है। मध्य अप्रैल से मध्य जून तक बहुत गर्मी होती है जबकि बाकी समय में मौसम मधुर और सुहावना बना रहता है।
सड़क मार्ग द्वारा रायपुर से प्रसिद्ध विश्वविद्यालय पहुंचने में तीन घंटे का समय लगाता है। यहां के निकटतम रेलवे स्टेशन राजनंदगांव, डोंगरगढ़ और दुर्ग हैं। क्रमानुसार वे 40, 42, और 55 कि.मी की दूरी पर स्थित हैं। डोंगरगढ़ और दुर्ग से देश के सभी प्रमुख शहरों के लिए एक्सप्रेस गाड़ियों की सेवा उपलब्ध है। नागपुर और रायपुर सबसे नजदीकी हवाई अड़्डे हैं जोकि 92 और 225 कि.मी की दूरी पर स्थित हैं।