सांगली से सिर्फ एक 25 मिनट की दूरी तय करें और पहुंच जाएं- दानडोवा हिल स्टेशन। यहां जाकर आपको खूब मजा आने वाला है। यह हिल स्टेशन दानडोवा की पहाडियों पर स्थित है जहां कई प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिर बने हुए है।
ट्रैकिंग के शौकीन अपने शौक को पूरा...
वाइल्डलाइफ लवर सांगली की इस सेंचुरी में जरूर आएं। प्रकृति से प्यार करने वाले लोगों के लिए यह एक खास जगह होगी, यहां कई किस्मों के पेड़-पौधे भी लगे हुए है।
10.87 वर्ग किलोमीटर में फैली यह सेंचुरी जानवरों की कई प्रजातियों से भरी हुई है...
सांगली के लिए पास स्थित बाहुबली हिल मंदिर में ऋषि बाहुबली की 28 फीट लंबी संगमरमर की प्रतिमा लगी हुई है।
यह मंदिर 24 तीर्थंकरों में से एक है जहां श्रद्धालु, ईश्वर की आराधना करने आते है।
सांगली में आकर मारुति रोड में शापिंग करने जरूर जाएं। लोकल खाद्य सामग्री से लेकर कपड़ो तक की खरीददारी आप इस मार्केट में कर सकते है।
सड़क किनारे लगा यह बाजार शहर का अनोखा नजारा पेश करता है जहां हर कोई अपनी पसंद को चुनने में मशगूल है।
लगभग 500 साल पहले बनी इस दरगाह को खाजा मीरसाहब की दरगाह भी कहा जाता है। हर धर्म के लोग इस दरगाह में माथा टेकने आते है।
दरगाह पर हर साल एक उर्स का भी आयोजन किया जाता है।
सांगली जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्मारकों में से एक श्री गणपति मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण 1811-1844 के बीच में हुआ था जिसको बनवाने का श्रेय राजा साहेब अप्पासाहेब को जाता है। इस मंदिर का इस्तेमाल आजादी की लड़ाई में महात्मा गाँधी और लोकमान्य तिलक...
शहर के बीचोबीच स्थित सांगली फोर्ट पुराने समय में रजवाडा और एक शानदार संग्रहालय हुआ करता था जो आज एक फोर्ट के रूप में हमारे सामने है। लेकिन वर्तमान में इस किले में एक राजस्व और कलेक्टर आफिस बना दिया गया है।
साथ ही अब एक मराठी स्कूल भी...