खोंगजोम जिला थौबल का बेहद चर्चित पर्यटन स्थल है। इसी जगह मणिपुरियों और अंग्रेजों के बीच आजादी की आखिरी लड़ाई हुई थी। अप्रैल 1891 में हुई इस लड़ाई में मणिपुरियों ने ब्रिटिश चीफ कमिश्नर और उनकी पार्टी के अन्य सदस्यों की हत्या कर दी थी।
हालांकि मणिपुरियों के पास न तो अंग्रेजों के बराबर योद्धा थे और न ही उनके जैसा हथियार, फिर भी वह अपनी पूरी शक्ति के साथ लड़े। इस लड़ाई का नेतृत्व मेजर जेनरल पाओना ब्रजवाशी ने किया था। हालांकि वह लड़ाई हार गए थे, इसके बावजूद वह मणिपुर के लोगों के बीच प्रचंड इच्छाशक्ति का प्रतीक बन गए।
नेशनल हाईवे से जुड़ा खोंगजोम थौबल से 10 किमी और इम्फाल से 32 किमी दूर है। यहां एक टीले पर युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक स्मारक का निर्माण भी करवाया गया है। हर साल 23 अप्रैल को उस लड़ाई की स्मृति में मणिपुर में राजकीय अवकाश रहता है।