शंकर समाधि महान अद्वैत दार्शनिक श्री आदि संकर के आराम का स्थान है। सामान्य रूप से यह माना जाता है कि श्री संकर को ईस्वी 820 में त्रिशूर में 32 वर्ष की आयु में मोक्ष प्राप्त हुआ था। पास ही उन लोगों के लिए श्री संकर की छोटी परंतु आकर्षक छवि वाला मंदिर भी बनाया गया है जो महान शिक्षक का दर्शन करने के लिए यहाँ आते हैं।
मनोरम स्थान पर स्थित यह स्थान श्री संकर की आध्यात्मिक आभा के समतुल्य है। हालांकि यदि कोई आस्तिक भी इस स्थान का भ्रमण करे तो वह यहाँ एक अलौकिक शक्ति महसूस करेंगे जो आपकी तंत्रिकाओं को शांत कर देगी।