चम्पाकुलम चर्च केरल के कैथोलिक सीरिया वंश के चर्चों में से अधिकांश की मातृ-चर्च है। इसे 427 ई0 में बनाया गया था और इन वर्षों के दौरान इसकी बनावट में कई बदलाव किये जा चुके हैं। इस चर्च के चारों ओर पाये जाने वाले प्राचीन पत्थरों पर उपस्थित शिलालेखों में बदलते समय में इस चर्च के गौरवशाली इतिहास को देखा जा सकता है।
वे सभी इस चर्च की गाथा कहते हैं और बताते है कि यह बीते समय में किन परिस्थितियों से गुजरा है। अतीत का ऐसा ही एक अवशेष रॉक क्रास है जो 1151 ई0 का है। यहाँ के संरक्षक सेन्ट जोसफ के नाम पर हर साल 19 मार्च को सबसे महत्वपूर्ण उत्सव मनाया जाता है। वार्षिक समारोह अक्टूबर माह के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। यह अलेप्पी से 15 किमी की दूरी पर है किन्तु यहाँ तक जलभराव द्वारा एक घण्टे में भी पहुँचा जा सकता है।