अथिराप्पिल्ली, त्रिशूर जिले के मुकुंदपुरम तालुक में स्थित है । यह एक प्रथम दर्जे का ग्राम पंचायत है जो त्रिशूर से 60 किलोमीटर और कोच्चि से 70 किमी की दूरी पर स्थित है । यह अपनी राजसी झरने और करामाती वर्षावन के लिए प्रसिद्ध है । यह जगह जैव विविधता में समृद्ध है । पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश इस घाटी को एक साइलेंट वैली कहते हैं । अथिराप्पिल्ली में वाजहाचल और चारपा झरने भी हैं । इस जगह के पारिस्थितिकी तंत्र की वजह के चलते इसे केरल में अपनी तरह की एक विशेष जगह माना जाता है ।
वनस्पतियों का भंडार
ये क्षेत्र पश्चिमी घाट के पास स्थित है जो तीव्र ग्रीन कवर और विशद वन्य जीवन के लिए जाना जाता है । ये घाट जंगलों के लिए प्रसिद्ध है जिसकी वजह से इसको अथिराप्पिल्ली वाजहाचल क्षेत्र के रूप में जाना जाता है । इन जंगलों में कई लुप्तप्राय दुर्लभ जानवर और पक्षी पाए जाते हैं । भारतीय वन्यजीव न्यास ने इस ग्रीन कवर को 'भारत में सबसे अच्छा हाथी के संरक्षण के प्रयासों के एक प्रतीक' कहा है। इंटरनेशनल बर्ड एसोसिएशन ने बताया कि अथिराप्पिल्ली एक महत्वपूर्ण क्षेत्र पक्षी पंख प्रजातियों के लिए महत्त्वपूर्ण है जैसे की यहाँ विब्ब्हीं प्रकार के पक्षी जैसे लुप्तप्राय हॉर्नबिल मौजूद हैं ।
वनस्पतियों और जीव यहाँ एक विविध किस्म पाया जाता है । नतीजतन, एशियाई प्रकृति संरक्षण फाउंडेशन ने सिफारिश की है की है की इसको एक राष्ट्रीय पार्क या एक सैंक्चुअरी के रूप में घोषित किया जाना चाहिए । इस वन को पाँच मुख्य डिवीजनों में विभाजित किया गया है: अथिराप्पिल्ली, वाजहाचल, चारपा, कोल्लाथिरुमेदु और शोलायार, सभी झरने, रोडवेज और रास्ते के लिए, तथापि, लोगों को उनपर चलते वक़्त बहुत सावधानी बरतनी चाहिए । कई छोटी नदियों और मुख्य नदी चलाकुद्द्य बरसात के मौसम के दौरान देखने योग्य होती हैं । इस क्षेत्र में कई जीवन पनंप रहे हैं जो खोजे जाने को बेताब हैं ।
झरने और सौंदर्य की भूमि
यहाँ के जंगल आदिम आदिवासियों का घर है जैसे की कोदर्स, जो प्राकृतिक शहद, मोम, साबूदाना और इलायची और अदरक जैसे मसालों एकत्र करने में विशेषज्ञ हैं । आप कोदर्स की जीवनशैली पर भी एक नज़र दाल सकते हैं । इसलिए, भगवान के देश केरल ─ में गाँव को एक पर्यटन स्थल माना जाता है और इतना विविधता के कारण यात्रा करने के लिए है । अन्य आकर्षण झरने है जो अतभुत हैं और आपको चौंका सकते हैं ।
अथिराप्पिल्ली जाने का सबसे अच्छा समय
अथिराप्पिल्ली झरने, वाजहाचल झरना और चारपा झरना ही इस जगह को एक पर्यटन स्थल बनाते हैं । झरने की यात्रा का सबसे अच्छा समय विनियमित है और यह सुबह में 8 और शाम में 6 बजे के बीच जनता के लिए खुला रहता है। आप ट्रैकिंग, पिकनिक, शॉपिंग, रिवर राफ्टिंग और इन क्षेत्रों में अन्य गतिविधियों के लिए जा सकते हैं । द्रीम्वोर्ल्ड और सिल्वेर्स्तोर्म, अथिराप्पिल्ली में ये दो पार्क मनोरंजन का एक विशिष्टता का परिचय हैं । अथिराप्पिल्ली समृद्धिता जानने के लिए ─ दिव्य शक्ति द्वारा प्रकृति की क़बूल, स्पर्श, पश्चिमी घाट और समृद्ध जैव विविधता से सजा है ।
अथिराप्पिल्ली कैसे पहुंचे
बरसात व सर्दी के मौसम में वहां जाना सबसे सटीक मौसम है । अथिराप्पिल्ली सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है, और आप यहाँ अपने निकटतम रेलवे स्टेशन या हवाई अड्डे से पहुँच सकते हैं ।