देवघर, प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ, को लोकप्रिय रूप में बैद्यनाथ धाम के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रसिद्ध स्वास्थ्य स्थल भी है। देवघर जंगलों से घिरा हुआ व एक लहरदार परिदृश्य पर स्थित है। यहां छोटी- छोटी पहाड़ियां भी हैं। देवघर के मुख्य मंदिर परिसर में 22 मंदिर हैं तथा यहा भारत के सबसे महत्वपूर्ण बारह ज्योतिरलिंगों में सम्मिलित है। हजारों श्रद्धालु श्रावण के महीने में भगवान शिव की पूजा करने के लिए बाबा बैद्यनाथ के इस प्राचीन मंदिर की यात्रा करते हैं।
कई भक्त सुल्तानगंज से 100 किलोमीटर पैदल चलकर मंदिर तक जाते हैं, तथा बासुखीनाथ होते हुए अपनी तीर्थयात्रा को पूरा करते हैं। एक ज्योतिर्लिंगम हिंदू श्रद्धालुओं के लिए बड़ा महत्व रखता है,तथा देवघर को देवताओं के निवास स्थल माना जाता है।
यमुनाजोर व धारूआ देवघर के निकट बहने वाली दो नदियां हैं। मंदिरों का नगर, देवघर, एक लोकप्रिय छुट्टी का गंतव्यस स्थल है। इस स्थान का नैसर्गिक सौंदर्य व अच्छा मौसम इसे स्वास्थ्य पर्यटन की दृष्टि से एक लोकप्रिय गंतव्य बनाता है।
देवघर एवं इसके आसपास के पर्यटक स्थल
यहां का प्रमुख पर्यटक आकर्षण बैद्यनाथ मंदिर है। अन्य लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ, त्रिकुट, सत्संग आश्रम, नवलखा मंदिर, श्रावणी मेला, शिवगंगा, देवसंघ मठ हैं। नंदन पहाड़ नामक खूबसूरत पहाड़ियां एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है तथा यहां एक नंदी मंदिर भी है।
देवघर मौसम
देवघर की जलवायु शुष्क है। ग्रीष्मकाल गरम होता है, लेकिन साल भर मौसम अधिकतर सुखद रहता है।
देवघर तक कैसे पहुंचे
देवघर अच्छी तरह से सड़क, रेल और हवाई के साथ जुड़ा हुआ है।