इतिहास अनुसार “महलों की भूमि” के नाम से प्रसिद्ध कोट्टारक्का शहर में पहला महल 14 वी सदी में बनाया गया। कोट्टारक्का महल इस क्षेत्र का विख्यात महल है, जिसका इतिहास सदियों पूराना है। कोट्टारक्का के आस पास और 7 शाही महल है जो पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं।
...पश्चिमी घाटों की पर्वत श्रृखला के पास बसा पथनपुरं कोल्लम जिले का शहर है। इसके नाम का अर्थ है “दस हाथियों वाली भूमि”, क्योंकि कभी यह स्थान घने जंगलों और हाथियों से बरा हुआ था। पुनलूर से केवल 13 कि.मी दूर इस शहर तक रोड मार्ग द्वारा बडी आसानी पहँचा जा...
कोट्टारक्का श्री महागणपती मंदिर केवल एक आकर्षक स्थल ही नहीं, बल्कि केरल का प्रमुख धार्मिक स्थान भी है। कोल्लम जिले से केवल 25 कि मी दूर बने इस मंदिर तक रोड मार्ग द्वारा बडी आसानी से पहँचा जा सकता है।मूलतः यह एक शिव मंदिर है, जो किलाक्केक्करा शिव मंदिर के नाम से भी...