चामुंडा देवी मंदिर, पालमपुर के पश्चिम और धर्मशाला से 15 किमी की दूरी पर 10 किमी की दूरी पर स्थित है, ये मंदिर कोई 700 साल पुराना है जो घने जंगलों और बनेर नदी के पास स्थित है। इस विशाल मंदिर का विशेष धार्मिक महत्त्व है जो 51 सिद्ध शक्ति पीठों में से एक है।
ये मंदिर हिन्दू देवी चामुंडा जिनका दूसरा नाम देवी दुर्गा भी है को समर्पित है। इस मंदिर का वातावरण बड़ा ही शांत है जिस कारण यहां आने वाला व्यक्ति असीम शांति की अनुभूती करता है। यहां पर प्रायः बहुत सारे श्रद्धालुओं को योग और समाधी में तल्लीन देखा जा सकता है। यहां घूमने आने वाले पर्यटकों को मंदिर परिसर में ही एक छोटा सा तालाब मिलेगा। जिसके पानी को बहुत ही शुद्ध माना जाता है। साथ ही मंदिर परिसर में ही एक खोखली जगह है जो देखने पर शिवलिंग जैसी प्रतीत होती है। यहां आने वाले आगंतुक मंदिर परिसर में ही कई देवी देवताओं के चित्रों को भी देख सकते हैं।
बान गंगा, आयुर्वेदिक औषधालय संस्कृत कॉलेज और एक पुस्तकालय इस जगह के अन्य आकर्षण हैं। यहां के पुस्तकालय में व्यक्ति को कई पुरानी पांडुलिपियां, ज्योतिष किताबें, वेद, पुराण देखने को मिल जाएंगे।