शिवपुरी में घने जंगल है जहां एक समय पर मुगल शासक शिकार खेलने आते थे। यहां के घने जंगल अब एक मिथक नहीं रह गए है बल्कि यहां आज भी घने जंगल पाएं जाते है जो शिवपुरी के पर्यटन को बढ़ावा देते है। यहां का कारेरा पक्षी अभयारण्य और माधव राष्ट्रीय पार्क, शिवपुरी में आने वाले पर्यटकों के लिए उत्तम जगह है जहां वह प्रकृति और शांति के अद्भुत सह - अस्तित्व को देख सकते है।
शिवपुरी और उसके आसपास के क्षेत्रों में स्थित पर्यटक स्थल
शिवपुरी का इतिहास काफी लंबा और पुराना है जो वाकई में बेहद रंगीन है। शिवपुरी को शाही परिवार की ग्रीष्मकालीन राजधानी कहा जाता है। शिवपुरी में कई महल व किले और मंदिर है जिनमें नारवार किला, माधव विलास पैलेस और महुआ शिव मंदिर आदि काफी प्रसिद्ध है। इसमें कोई शक नहीं है कि शिवपुरी एक शानदार पर्यटन स्थल है, यहां आत्मनिर्भर उद्योग द्वारा निर्मित शानदार स्मारक, राष्ट्रीय पार्क और पक्षी विहार स्थित है जो पर्यटकों को शिवपुरी की सैर के लिए मजबूर कर देते है।
शिवपुरी - प्रकृति की गोद में एक सौंदर्यमयी माहौल
शिवपुरी में स्थित माधव राष्ट्रीय पार्क एक सुंदर भूमि है जहां समृद्ध जैव विविधता है और एक शांत झील के चारों ओर रोलिंग पहाडियां स्थित है, यहां स्थित घास के मैदान वातावरण को हरा - भरा बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ते है। शिवपुरी राष्ट्रीय पार्क तक ही सीमित नहीं रह गया है यहां सख्या सागर झील, बूरा खोन झरना, पावा झरना और सन चिरैया बर्ड सेंचुरी भी स्थित हैं जहां प्रकृति की गोद में स्थित सुंदर माहौल को देखा जा सकता है। शिवपुरी, पर्यटकों को शहरी कंक्रीट के जंगल से दूर प्रकृति के सानिध्य में समय गुजारने का अमूल्य वातावरण प्रदान करता है।
शिवपुरी कैसे पहुंचें
शिवपुरी एयर, रेल और सड़क मार्ग के द्वारा देश के अन्य हिस्सों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
शिवपुरी का मौसम
शिवपुरी की सैर का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के दौरान होता है। वैसे यहां साल के सभी मौसम में पर्यटक भ्रमण कर सकते है। लेकिन सुखद सैर के लिए हल्की सर्दी के बाद से आया जा सकता है।