कालपेट्टा एक छोटा सा शहर है जो कॉफी के बागानों के कारण उसकी महक से भरा हुआ और चारों तरफ से खूबसूरत पहाड़ों से घिरा हुआ है। यह स्थल समुद्र स्तर से 780 मीटर की ऊंचाई पर वायनाड जिले की गोद में स्थित है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह एक बेहद वंडरफुल जगह है, वैसे ईश्वर में आस्था रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी यहां दर्शन करने के लिए काफी सुंदर और खूबसूरत डिजायन वाले मंदिर बने हुए हैं जहां आकर वह दर्शन कर सकते हैं।
इस जगह को हिंदू तीर्थ स्थल भी कहा जा सकता है, क्यूंकि यहां कई प्रसिद्ध मंदिर और श्राइन बने हुए हैं। कई प्रसिद्ध मंदिरों में से ग्रामम देवी मंदिर, श्री महाविष्णु मंदिर और अयप्पा स्वामी मंदिर प्रमुख हैं। यहां स्थित महाविष्णु मंदिर, भगवान विष्णु को समर्पित है जो क्षेत्र के कुछ विष्णु मंदिरों में से एक है। ग्रामम देवी मंदिर यहां की स्थानीय महिलाओं के बीच एक पसंदीदा मंदिर है। अयप्पा स्वामी मंदिर, भगवान अयप्पा को समर्पित है। यह मंदिर कालपेट्टा के बाहरी इलाके में स्थित है। इसके अलावा, कालपेट्टा में कई जैन मंदिर भी हैं और यहां का पुलीयामाला जैन मंदिर इनमें से सबसे पुराना माना जाता है। इन मंदिरों के अलावा, कालपेट्टा में 300 साल पुरानी वारामवेट्टा मस्जिद भी बनी हुई है।
कालपेट्टा में घूमने लायक स्थान
इस नैसर्गिक दृश्यों वाली जगह की सुंदरता यहां के बहते चौड़े झरनों मीनमुट्टी, शुचीपारा और कनथपारा से और ज्यादा बढ़ जाती है। यह सभी झरने भ्रमण करने वाले स्थलों के पास ही स्थित हैं। पवित्र स्थानों के साथ और प्रकृति की असल सुंदरता को खुद में समेटे हुए,प्रकृति की करामाती अटखेलियों के साथ कालपेट्टा एक पसंदीदा पर्यटन स्थल बन जाता है।
कालपेट्टा में मौसम
कालपेट्टा में अच्छे पर्यटन स्थलों के अलावा यहां की जलवायु भी साल भर बेहद अनुकूल रहती है लेकिन यहां की सैर का सबसे अच्छा समय सर्दियों के दौरान होता है।