एझिमाला, 290 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पहाडि़यों का एक समूह है, जो अपने अद्धुत सौंदर्य और खुबसूरत वातावरण के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस क्षेत्र का ऐतिहासिक महत्व भी काफी ज्यादा है, पुरातन काल में एक बार इसे मूसिका राजवंश की राजधानी भी बनाया गया था। एक प्राचीन बंदरगाह और एक व्यावसायिक केंद्र के रूप में, एझिमाला, प्राचीन काल से ही काफी लोकप्रिय है और भगवान बुद्ध भी इस स्थल पर भ्रमण करने आएं थे। कई लोगों का मानना है कि इस पहाड़ी के मूल यानि उत्पत्ति के पीछे प्राचीन महाकाव्य रामायण से जुड़ी कोई घटना है।
इस स्थल की सबसे आकर्षक जगह यहां स्थित एक मंदिर है जहां भगवान हनुमान की पूजा की जाती है और एक लाइट हाउस है जिसका नाम माउंट डेली लाइटहाउस है। एझिमाला,भारतीय नौ सेना के प्रशासन के अधीन है और इस क्षेत्र को भारतीय नौ सेना अकादमी के द्वारा 2009 से कार्य करने के शुरू कर पश्चात ही प्रवेश निषेध क्षेत्र घोषित कर दिया गया।
कन्नूर शहर से 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, एझिमाला के प्रतिबंधित क्षेत्रों में भ्रमण करने के लिए यहां के अधिकारियों की अनुमति लेनी पड़ती है। एझिमाला के समुद्र तट बेहद सुंदर और शांत हैं जहां आकर पर्यटक आराम से भ्रमण कर सकते है और सुकुन प्राप्त कर सकते हैं। इस क्षेत्र के निकट ही एट्टीकुलम खाड़ी भी स्थित है और यात्री यहां आकर खाड़ी में दुर्लभ डॉल्फिन भी देख सकते हैं।