कुडूमॉन चिलन्थियम्बलम् मन्दिर पतनमतिटटा से 16 किमी की दूरी पर स्थित है। यह पतनमतिटटा के छोटे से कस्बे कुडोमॉन में स्थित है। इस मन्दिर की इष्टदेवी महालक्ष्मी हैं जिनकी लोग, धर्म जाति के भेदभाव के बिना, पूजा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस तीर्थ स्थल को शक्तिभद्र राज्य के आखिरी राजा ने बनवाया था।
कुडोमॉन आश्चर्य चुदामणि के लेखक श्री शक्तिभद्र का जन्मस्थान होने के कारण भी प्रसिद्ध है। कुडूमॉन चिलन्थियम्बलम् मन्दिर के अन्दर के जादुई कुआँ भी है। कुँयें को चिलान्थिकिनार अर्थात स्पाइडर वेल के नाम से भी जाना जाता है। इस कुयें के पानी में सभी प्रकार के त्वचा रोगों को ठीक करने की जादुई शक्ति है। आस-पास तथा दूर-दराज के क्षेत्रों से लोग त्वचा की असाध्य बिमारियों से मुक्ति पाने के लिये यहाँ आते हैं।