मुन्नार - प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण स्वर्ग समान स्थल
मुन्नार एक अविश्वसनीय, शानदार और अतिआकर्षक मन को लुभाने वाला हिल स्टेशन है जो इडुक्की जिले में स्थित है। पहाड़ों के घुमावदार इलाकों से घिरा हुआ यह हिल......
कोवलम - प्रकृति की गोद में विलासिता
कोवलम, केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम (जिसे पहले त्रिवेंद्रम कहा जाता था) के पास समुद्र के तट पर स्थित एक जाना-माना शहर है। यह शहर शक्तिशाली अरब सागर का सामना करता हुआ यहाँ स्थित......
कोडुन्गल्लुर - मंदिरों और इतिहास का एक सुंदर शहर
कोडुन्गल्लुर, त्रिशूर जिले का एक छोटा सा शहर है, जो मालाबार समुद्र तट पर स्थित है। मुख्य रूप से अपने बंदरगाह और देवी भगवती के मंदिर के लिए जाना जाने वाला यह शहर कई शताब्दियों को......
अथिराप्पिल्ली - एक रोमांचक आकर्षण
अथिराप्पिल्ली, त्रिशूर जिले के मुकुंदपुरम तालुक में स्थित है । यह एक प्रथम दर्जे का ग्राम पंचायत है जो त्रिशूर से 60 किलोमीटर और कोच्चि से 70 किमी की दूरी पर स्थित है । यह अपनी......
चोट्टानिकारा - परमेश्वर द्वारा समृद्ध, मन्दिरों से समृद्ध
चोट्टानिकारा केरल के मध्य में स्थित एक सुंदर गांव है। एर्नाकुलम जिले में कोच्चि के उपनगरीय इलाके में स्थित, यह जगह कई लाखों लोगों की धार्मिक भावनाओं से जुड़ी है। यह कसबा केरल के......
कोट्टयम् - शब्दों का सुखद शहर
कोट्टयम्, केरल का एक प्राचीन शहर है। यह कोट्टयम् जिले में ही स्थित है जो भगवान की स्वंय की भूमि पर बने जिलों में से एक है। शहर का प्रिंट मीडिया और साहित्य में एक बड़ा......
अडूर – परम्पराओं का एक मिश्रण
केरल के पथानामथिट्टा जिले में स्थित अडूर एक पारंपरिक शहर है जो अपनी संस्कृति, मंदिरों, त्योहारों और स्थानों के लिए जाना जाता है। अडूर शहर, तिरुवनंतपुरम से लगभग 100 किमी. की दूरी......
तेनमाला - शहद की भूमि
तेनमाला एक मुख्य पर्यावरण पर्यटन के हॉट स्पॉट के रूप में जाना जाता है। यह कोल्लम जिले में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। वस्तुत: यह जगह 'हनी हिल' के रूप में जानी जाती है, इस......
कोट्टारक्करा – कथकली का जन्मस्थान
अपने मंदिरों और महलों के लिए प्रसिद्ध कोट्टारक्करा, कोल्लाम जिले का छोटा सा शहर है। इसका नाम मलयालम के दो शब्दों को जोडने से बनता है, वे है कोट्टारं (महल) और कारा मतलब (भूमि)।......
इडुक्की - प्राकृतिक परिदृश्य
‘खुदा का अपना घर’ कहा जाने वाला इडुक्की, पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल है। हरे-भरे व घने वनों से घिरे तथा हरित पर्वतों से सुशोभित यह स्थान, भारत की सबसे ऊंची चोटी......
पालक्कड़ – धान के कटोरे में बीते युग का एहसास
पालक्कड़, जिसे पूर्व में पालघाट के नाम से जाना जाता था, केरल का एक जिला है जो पश्चिमी घाट की सर्पीली पहाड़ियों में स्थित है। पालक्कड़ केरल के अन्य भागों से मुख्य रूप से अपने......
वागामण - प्रकृति का आशीर्वाद
वागामण केरल के कोट्टायम और इडुक्की जिलों की सीमा पर स्थित एक हिल स्टेशन है। यह पर्यटकों तथा विशेष रूप से नवविवाहित जोड़ो और काम का बोझ उतारने वालों के लिये एक शानदार जगह है। हरे......
कोच्चि - जहाँ प्राचीन और नवीन एक साथ हैं
कोच्चि एक अनूठा पर्यटन स्थल है और अपने जीवनकाल में इसे एक बार अवश्य देखना चाहिए। यह शानदार शहर भारत का प्रमुख बंदरगाह शहर है और यह अपने शक्तिशाली अरब सागर के पानी पर इठलाता है।......
तिरुवल्ला -भक्ति का शहर, कथाओं का शहर
तिरुवल्ला केरल के पथानमथिट्टा जिले में मणिमाला नदी के तट पर बसा एक छोटा सा, शांत शहर है। यह 'मंदिरों के शहर' के रूप में जाना जाता है और कई मंदिरों के साथ यह अपने इतिहास और......
कोल्लम - काजू और नारियल की जटाओं का शहर
कोल्लम सबसे अच्छी तरह अपने प्राचीन नाम क्वीलॉन के नाम से जाना जाता है, यह शहर अपने वाणिज्य और संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। यह तटीय शहर, अश्तामुडी झील के......
तिरुवनंतपुरम - केरल का आश्चर्यलोक
तिरुवनंतपुरम शहर भगवान की अपनी भूमि की राजधानी है। इसे अक्सर त्रिवेंद्रम कहा जाता है, जो अंग्रेजों द्वारा दिए गए मूल नाम से लिया गया है। जब तक सरकार ने 1991 में इसे इसका......
पोनमुडी - स्वास्थ्यप्रद हिल्स की भूमि
पोनमुडी, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है - गोल्डन पीक, एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है जो केरल राज्य के तिरूवनंतपुरम जिले में स्थित है। यह हिल स्टेशन, पश्चिमी घाट पर्वत......
देवीकुलम - पुनर्जीवित कर देने वाले परिदृश्य
“खुदा के अपने घर” केरल में स्थित पर्वतीय स्थल देवीकुलम अपने सुरम्य प्राकृतिक परिदृश्य के लिए प्रसिद्ध है। मख़मली हरी दूब के मैदानों से घिरी संकरी पहाड़ियों व नुकीली......
कंजिरापल्ली – धार्मिक एकता का आवास
कंजिरापल्ली केरल के कोट्टयम जिले में स्थित है। यह एक तालुका और छोटा शहर है। यहाँ सीरिया के ईसाईयों की बड़ी आबादी है। यहाँ की जनसंख्या में मुसलमान और हिंदू भी शामिल हैं। इस......
पियरमेड : पहाड़ी आनंद
कोट्टायम के पूर्व में 85 किमी की दूरी पर स्थित ‘पियरमेड ’, केरल के सबसे अधिक मांग वाले पहाड़ी स्टेशनों में से एक है। यह पहाड़ी क्षेत्र आनंददाई ट्रैकिंग परीक्षण,......
अलेप्पी – पूरब का वेनिस
लगून, शांति और फुरसत के पल बिताने की जगह के रूप में प्रसिद्ध अलेप्पी को पूरब का वेनिस कहा जाता है। यहाँ की नहरों और पाम के पेड़ों के बीच स्थित सुन्दर जलभराव और हरियाली रोमाँच को......
पुनलुर - दो राज्यों की कथा
केरल और तमिलनाड़ु सीमा पर बसा पुनलुर, नैसर्गिक सौन्दर्य से भरा सुन्दर शहर है। जिसके बीच कल्लादा नदी बहती है। यहाँ स्थापित पुनलुर पेपर मिल से केरल में ओद्योगिक क्रांति की शुरुवात......
पोनानी - एक सर्वश्रेष्ठ तटीय विश्राम
केरल के मलप्पुरम जिले में स्थित पोनानी एक छोटा लेकिन सुन्दर कस्बा है। पश्चिम में अरब सागर से घिरा यह कस्बा मालाबार का मुख्य तटीय क्षेत्र व मछली पकड़ने का प्रमुख केन्द्र है। यह......
मलयाट्टूर : जहाँ प्रकृति संस्कृति से मिलती है
मलयाट्टूर, एर्नाकुलम जिले में स्थित एक छोटा सा शहर है जिसका नाम मलयालम शब्दों ‘माला’ अर्थात ‘पर्वत’, ‘अर्र’ अर्थात नदी और ‘उर’......
मरारीकुलम - समुद्र तट तक एक यात्रा
मरारीकुलम एक सुंदर गांव है, जो अलपुझा शहर में सिमटा हुआ है, यह अपने पीले रेतीले समुद्री तट मरारी के लिए व्यापक रूप से जाना जाता है। यह अलपुझा से लगभग 11 किमी दूर है। इसमें......
सबरीमला – सहज रूप से पवित्र
सबरीमला, समृद्ध जंगलों के मध्य स्थित एक प्रसिद्ध हिन्दू तीर्थ है। पश्चिमी घाट पर्वत श्रृंखला में स्थित इस स्थान का प्राकृतिक सौन्दर्य आज भी अपने प्राचीन रूप में है। गडगडाती हुई......
पूवार - चिढ़ पैदा करने वाली भीड़ से दूर
पूवार केरल के तट पर तिरुवनंतपुरम जिले में स्थित एक छोटा सा गांव है। यह गांव उनमें से एक है जो केरल के राज्यक्षेत्र के अंत की ओर संकेत करते हैं। यह गांव विजिंजम, एक प्राकृतिक......
वर्कला - एक खूबसूरत तटीय गेटवे
वर्कला, तिरूवंनतपुरम जिले में बसा एक खूबसूरत तटीय शहर है। यह केरल के दक्षिण भाग में स्थित है। वर्कला ही केरल में एकमात्र ऐसी जगह है जहां पहाडि़यां, समुद्र के निकट हैं। यह......
मालमपुझा – हरे-भरे बगीचों और जादुई पहाड़ियों का शहर
मालमपुझा एक छोटा सा सुन्दर कस्बा है जो कि अपने मनोरम दृश्यों, बाँधों और बगीचों के लिये जाना जाता है। पलक्कड़ (जिसे केरल का धान का कटोरा कहते हैं) में स्थित यह लोकप्रिय स्थान......
त्रिशूर – इतिहास, संस्कृति और आराम का संगम बिंदु
त्रिशूर छुट्टी मनाने के लिए आदर्श स्थान है यदि आप यहाँ वे सब आनंद महसूस नहीं करते जिसमें आप लिप्त रहने का प्रयत्न कर रहे हैं। केरल की सांस्कृतिक राजधानी के नाम से जाना जाने वाला......
गुरूवायूर - भगवान दूसरा घर
गुरूवायूर त्रिशूर जिले में एक भरा हुआ शहर है। इस जगह को भगवान कृष्ण का घर मन जाता है, भगवान विष्णु के देहधारण का घर भी माना जाता है। गुरूवायूर केरल के कई में से एक लोकप्रिय......
कुमाराकोम - मोहक जलाशयों पर छुट्टियाँ बिताना
कुमाराकोम छोटे और सुंदर द्वीपों के झुँड के रूप में केरल के सबसे अधिक लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। केरल की सबसे बड़ी ताजे पानी की झील, वेम्बानाड झील के तट पर बसा कुमारकोम......
अलुवा - त्योहार का एक निरपेक्ष प्रवेशद्वार
अलुवा एक स्थान है जो यहाँ के शिव मंदिर में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले महाशिवरात्रि के त्योहार के लिए प्रसिद्ध है। महाशिवरात्रि का त्योहार मनाने के लिए पूरे राज्य से यहाँ लोग......