सकलेशपुर - कम जाना जाने वाला पर्यटन स्थल
सकलेशपुर, पश्चिमी घाटों में बसा एक छोटा सा सुंदर हिल स्टेशन है जो ताज़गी प्रदान करता है। यह शहर 949 मीटर की ऊँचाई पर है और बंगलोर-मैसूर राजमार्ग के पास होने के कारण यहाँ आसानी......
कोच्चि - जहाँ प्राचीन और नवीन एक साथ हैं
कोच्चि एक अनूठा पर्यटन स्थल है और अपने जीवनकाल में इसे एक बार अवश्य देखना चाहिए। यह शानदार शहर भारत का प्रमुख बंदरगाह शहर है और यह अपने शक्तिशाली अरब सागर के पानी पर इठलाता है।......
ऊटी पर्यटन – पहाड़ियों की रानी
ऊटी नीलगिरी की सुंदर पहाड़ियों में स्थित एक सुंदर शहर है। इस शहर का आधिकारिक नाम उटकमंड है तथा पर्यटकों की सुविधा के लिए इसे ऊटी का संक्षिप्त नाम दिया गया है। भारत के दक्षिण में......
मुन्नार - प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण स्वर्ग समान स्थल
मुन्नार एक अविश्वसनीय, शानदार और अतिआकर्षक मन को लुभाने वाला हिल स्टेशन है जो इडुक्की जिले में स्थित है। पहाड़ों के घुमावदार इलाकों से घिरा हुआ यह हिल......
बीआर पर्वतीय पर्यटन - मंदिरों एवं पर्वतीय शांति का शहर
बी आर हिल्स या बिलगिरी रंगना हिल्स पश्चिमी घाट की पूर्वी सीमा पर स्थित एक पर्वतीय श्रंखला है। पूर्वी और पश्चिमी घाट के मिलन बिन्दु पर स्थित यह श्रंखला एक विस्तृत पारिस्थितिकी......
तडियाण्डमोल पर्यटन - कर्नाटक की दूसरी सबसे बड़ी पर्वत चोटी
तडियाण्डमोल कर्नाटक की दूसरी सबसे बड़ी पर्वत चोटी है। पश्चिमी घाट में स्थित यह चोटी कूर्ग जिले के कक्काबे कस्बे में के नजदीक ही है। यह केरल- कर्नाटक बॉर्डर के दायें स्थित है और......
हैलेबिड पर्यटन - राजस्व, गौरव और खंडहर की भूमि
वास्तव में हैलेबिडु का अर्थ है "ओल्ड सिटी", ये कभी होयसाला राज्य की गौरवान्वित शाही राजधानी था। पुराने दिनों के दौरान, यह "द्वारसमुद्र" के रूप में जाना जाता था, जिसका अर्थ है......
भीमेश्वरी - झरनों के बीच बसा शहर
यदि आप बैंगलोर या मंड्या जिले या उसके आस-पास के शहर में रहते हैं और आपको अपना वीकेंड सुहावना बनाना है, तो भीमेश्वरी आपकी च्वॉइस में शामिल हो सकता है। भीमेश्वरी,......
काबिनी- हाथियों की राजधानी
काबिनी वन्यजीव रिजर्व के कारण काबिनी का क्षेत्र अपने वन्य जीवन के लिए बहुत अच्छी तरह से जाना जाता है, जो नागरहोल प्रकृति रिजर्व का एक हिस्सा है। यह कर्नाटक की यात्रा के लिए आये......
देवआर्यनदुर्ग पर्यटन - घाट के किनारे सैर
हरे घने जंगलों से घिरी देवआर्यनदुर्ग की चट्टानी पहाडि़याँ वास्तव में इस हिल स्टेशन की यात्रा को सुखद बनाती है। 3940 फीट की ऊँचाई पर स्थित होने के कारण इस शहर की जलवायु इसी......
कावेरी फिशिंग कैम्प - मछली पकड़ने वालों के लिए एक प्रवेशद्वार
कावेरी मत्स्य शिविर, दक्षिण कर्नाटक के जंगलों के बीच शान से बहती हुई कावेरी नदी के पास है। यह जगह प्रकृति प्रेमियों को जंगलों व एकांत के कारण मधुमक्खियों की तरह आकर्षित करती है।......
मैसूर पर्यटन - कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी
मैसूर कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी होने के साथ-साथ राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर भी है। दक्षिण भारत का यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल अपने वैभव और शाही परिवेश के लिए जाना जाता है।......
कोयंबटूर पर्यटन - दक्षिण का मैनचेस्टर
कोयंबटूर, तमिलनाडु के दक्षिणी राज्य में स्थित एक शहर है। यह शहर, क्षेत्रफल के हिसाब से राज्य में दूसरा सबसे बड़ा शहर है। इसे भारत का 15 वां सबसे बड़ा राज्य घोषित......
बेलूर पर्यटन - होयसाल का प्राचीन शहर
बेलूर, कर्नाटक के सबसे प्रसिद्ध स्थलों में से एक है। यह हसन जिले में स्थित है, इसे मंदिरों का शहर भी कहा जाता है जो बंगलौर से 220 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह शहर यागची......
सावनदुर्ग - रोमांचक यात्रा
सावनदुर्ग प्रसिद्ध है अपनी दो पहाड़ियां, मंदिरों और नैसर्गिक सौन्दर्य के लिए। बैंगलोर से 33 कि.मी दूर होने के कारण, भारत के किसी भी कोने से यहाँ पहुँच सकते हैं। पहाड़ियां और......
कुक्के सुब्रमण्य - जहाँ नाग देवता निवास करते हैं
कुक्के सुब्रमण्य मंदिर सुलिया में मैंगलौर के पास, कर्नाटक में स्थित है। यह मंदिर अद्वितीय है क्यों कि भगवान सुब्रामय यहाँ साँपों के स्वामी के रूप में पूजे जाते हैं। यह मंदिर एक......
इरोड – उद्योग और कृषि की भूमि
इरोड शहर भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित इरोड जिले का मुख्यालय है। यह शहर दक्षिण भारतीय प्रायद्वीप के केन्द्र में, चेन्नई के दक्षिण पश्चिम में लगभग 400 किमी की दूरी पर और......
सेलम पर्यटन - रेशम और चांदी की भूमि
सेलम दक्षिण भारतीय राज्य, तमिलनाडु के उत्तर मध्य भाग में स्थित एक शहर है। राजधानी चेन्नई से 340 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, सेलम मैंगो सिटी के रूप में भी प्रसिद्ध है। यह राज्य और......
नृत्यग्राम – आपकी रातें और नृत्य
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वायनाड - पवित्र भूमि
वायनाड केरल के बारह जिलों में से एक है जो कन्नूर और कोझिकोड जिलों के मध्य स्थित है। अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। पश्चिमी घाट के हरे भरे पर्वतों के......
रामनगरम - रेशम और शोले!
रामनगरम, जिसे सिल्क सिटी (रेशम का शहर) भी कहा जाता है, बैंगलोर के दक्षिण पश्चिम में लगभग 50 किमी. की दूरी पर स्थित है और यह स्थान रामनगर जिले का मुख्यालय भी है। कर्नाटक के अन्य......
बेंगलुरु पर्यटन - भारत का नया चेहरा
भीड़—भाड़ वाले मॉल, आम लोगों से खचाखच भरी सड़कें और गगनचुंबी इमारतें, ऐसा नजारा आपको देखने को मिलेगा बेंगलुरु में। बेंगलुरु यानी इसे आप भारत की नई पीढ़ी का शहर भी कह सकते......
एमएम हिल्स - भगवान शिव से करनी हो मुलाकात तो यहां आइये
मेल महादेश्वरा पहाडि़यों में भगवान शिव का सुंदर मंदिर यात्रा का मुख्य आकर्षण है साथ ही साथ यह क्षेत्र प्रकृति प्रेमियों के लिए भी देखने लायक है। यह तेजस्वी......
हासन पर्यटन – होयसाल राजाओं की विरासत का शहर
चन्ना कृष्णप्पा नाइक द्वारा 11वीं शताब्दी में स्थापित हासन शहर कर्नाटक के हासन जिले का मुख्यालय है। स्थानीय देवी हासनअम्बा के नाम पर नामित यह जिला कर्नाटक की स्थापत्य कला की......
कूर्ग पर्यटन - पहाडि़यों और पेड़ों की नगरी
कुर्ग या कोडागु, कर्नाटक के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। कूर्ग, कर्नाटक के दक्षिण पश्चिम भाग में पश्चिमी घाट के पास एक पहाड़ पर स्थित जिला है जो समुद्र स्तर से......
श्रीरंगापट्नम - जहाँ इतिहास जीवंत होता है।
श्रीरंगापट्नम एक ऐतिहासिक शहर है जो आपकी कर्नाटक यात्रा को यादगार बना देता है। श्रीरंगापट्नम कावेरी नदी की दो धाराओं से घिरा एक उपद्वीप है। यह उपद्वीप मैसूर के बहुत पास लगभग 13......
श्रवणबेलगोलापर्यटन - जहां गोमतेश्वर की विशालकाय प्रतिमा स्थित है
गोमतेश्वर की 17.5 मीटर ऊंची मूर्ति आपको श्रवणबेलगोलामें कदम रखने से पूर्व ही दूर से दिखाई पड़ती है। 978 ई0 की यह मूर्ति इस बात का प्रमाण है कि श्रवणबेलगोलासदियों से सर्वाधिक......
कोडैकनाल - जंगल के कोने में सौंदर्य
कोडैकनाल पश्चिमी घाट में पलानी पहाड़ियों में स्थित एक सुंदर और खूबसूरत हिल स्टेशन है। शहर अपनी प्राकृतिक सुंदरता और लोकप्रियता के कारण हिल स्टेशनों की राजकुमारी के रूप में......
नागरहोल - नदी के साथ एक रोमाँचक समय
नागरहोल का शाब्दिक अर्थ है 'साँप नदी'। इस जगह का नाम यहाँ पर घने जंगलों के टेढ़े मेढ़े रास्ते से बहती तेज नदी के कारण पड़ा है जो कि एक रेंगते हुये साँप जैसी दिखती है। कर्नाटक के......
नंजनगुड - मंदिरों का शहर
नंजनगुड मैसूर जिले में छोटा सा कस्बा है। यह समुद्री तट से 2155 फीट की ऊंचाई पर है। नंजनगुड पर कई शासनकारों ने राज किया, पर इनमें से प्रमुख हैं गंगा राजवंश, होय्सला राजवंश......
दूबारे - हाथियों से होगी मुलाकात
कर्नाटक के कूर्ग क्षेत्र में कावेरी नदी के तट पर स्थित जंगलों में दूबारे बसा हुआ है। वास्तव में यह जंगल का हिस्सा ही है। माना जाता है कि मैसूर महाराजाओं के शासनकाल के......