रेलवे मंत्रालय की ओर इन दिनों रेलवे स्टेशन के कायाकल्प को लेकर काफी कुछ किया जा रहा है। ऐसे में अब बात देहरादून रेलवे स्टेशन की भी चल उठी है। अब दून स्टेशन का कायाकल्प कर एक मॉडल रेलवे स्टेशन में तब्दील किया जाएगा। इसके साथ ही दून रेलवे स्टेशन पर उर्दू में लिखा नाम मिटाकर संस्कृत में लिखा जाएगा।
मॉडल स्टेशन के लिए 1500 करोड़ की आएगी लागत
दून रेलवे स्टेशन को मॉडल स्टेशन बनाने के लिए स्टेशन पर नए एंट्री गेट, नए भवन, ओवरब्रिज और पार्किंग समेत तमाम यात्री सुविधाओं पर काम किया जाएगा। खास बात यह है कि यह काम खुद रेलवे करेगा। इसके लिए कुल करीब 1500 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसके लिए पहले ही 205 करोड़ रुपये जारी हो चुके हैं।
1889 में बना था दून रेलवे स्टेशन
दरअसल, रेलवे बोर्ड की यात्री सुविधा समिति (पीएसी) के अध्यक्ष पीके कृष्णादास के नेतृत्व में 12 सदस्यी टीम गुरुवार को दून रेलवे स्टेशन पहुंची थी। इस दौरान पीएसी के सदस्य तेजेंद्र सिंह शरण ने बताया कि स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान काफी खामियां मिली है, जिसे दूर करने के लिए आला अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि यह स्टेशन 1889 में बना था और उस समय देश का विभाजन नहीं हुआ था। इसलिए हो सकता है कि नाम को उर्दू में लिख दिया गया हो। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
संस्कृत में लिखा जाएगा बोर्ड पर स्टेशन का नाम
मॉडल स्टेशन के बनने के साथ ही स्टेशन के श्राइन बोर्ड पर से उर्दू में लिखे नाम को हटाकर संस्कृत में लिखा जाएगा। क्योंकि उत्तराखंड एक हिंदू राज्य है, जिसका इस्लाम या उर्दू से कोई ताल्लुकात नहीं है। बीते साल 2020 में इस स्टेशन के बोर्ड पर उर्दू में लिखे नाम को हटाकर संस्कृत में 'देहरादूनम्' लिख दिया गया था। इसको लेकर काफी विवाद भी हुआ था।